दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफसर को 7 अस्पतालों में नहीं मिला इलाज, हुई मौत

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दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के अरबी विभाग में कार्यरत और इस विभाग के दो बार अध्यक्ष रह चुके प्रो. वाली अख्तर का निधन हो गया है। उनके साथी रहे डीयू के उर्दू विभाग के प्रो इम्तियाज अहमद ने बताया कि बीते शनिवार छह जून को दक्षिणी दिल्ली स्थित जामिया नगर के एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। सांस लेने में आ रही दिक्कत के कारण उनकी मृत्यु हुई है। उन्हें कई दिनों दे बुखार भी था। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मंगलवार के दिन शाम को 4 बजे के करीब उनका कोविड-19 टेस्ट कराया गया था, लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट आने से पहले ही उनकी मंगलवार को शाम 6.30 बजे मृत्यु हो गई।

वह जामिया नगर के अबू फजल एनक्लेव के निवासी थे। यहीं से डीयू के नॉर्थ कैंपस में काम करने के लिए आया करते थे। जामिया नगर के आस पास के क्षेत्र में वह छह जून से पहले लगातार पांच दिन तक निजी समेत सरकारी सात अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कहीं भी उन्हें एडमिट नहीं किया गया। शनिवार को जिस अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। वह कोविड-19 अस्पताल नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रो वाली की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट जब हमें उपलब्ध होगी तो उसकी जानकारी भी साझा करेंगे।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया से की थी पढ़ाई

प्रो वाली अख्तर डीयू के अरबी विभाग में वर्ष 2008 से 2011 और 2014 से 2017 के दौरान अध्यक्ष पद पर रहे थे। इसके अलावा वह डीयू की शोध समिति बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। वह डीयू से वर्ष 1997 से जुड़े हुए थे।

वह डीयू के अरबी विभाग में 1997 से 2003 के दौरान स्थायी लेक्चरार ,2003 से 2006 के दौरान रीडर के पद पर, 2006 से 2009 तक एसोसिएट प्रोफेसर और 2009 के बाद प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) से बीए, एमए, पीएचडी और मॉडर्न अरेबिक में एडवांस डिप्लोमा किया था। वर्ष 1996 से 1997 के दौरान जेएमआइ में तदर्थ शिक्षक के तौर पर भी काम किया था।