धर्म, राजनीति और न्याय
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में एक आठ वर्षीय बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में न्याय तो हो गया, लेकिन इस प्रकरण में लहूलुहान हुई इंसानियत को क्या
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में एक आठ वर्षीय बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में न्याय तो हो गया, लेकिन इस प्रकरण में लहूलुहान हुई इंसानियत को क्या
“हर आँख नम है हर शख्स शर्मिंदा है क्योंकि, आज मानवता शर्मसार है इंसानियत लहूलुहान है।” एक वो दौर था जब नर में नारायण का वास था लेकिन आज उस
पिछले हफ्ते एक आश्चर्यजनक निर्णय में, प्रधानमंत्री ने दो नई कैबिनेट समितियां बनाईं: एक निवेश और विकास से निपटने के लिए; और दूसरा रोजगार और कौशल विकास को संभालने के
20वीं शताब्दी के समय में, बंगालियों ने गोपाल कृष्ण गोखले के अवलोकन पर गर्व किया: ‘बंगाल आज क्या सोचता है, भारत कल सोचता है।’ पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव और
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन यदि चुनावी हार के बाद भी चलता रहता तो मुझे आश्चर्य होता। अब उत्तरप्रदेश की ये दोनों प्रमुख पार्टियां उप्र विधानसभा के
नैशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि 2017-18 में बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर चली गई। साल 2011-12 में यह 2.2
इस्लामाबाद के भारतीय दूतावास में ऐसा क्या हो रहा था, जिसे नाकामयाब करने के लिए पाकिस्तानी फौज और गुप्तचर विभाग ने अपने जवानों को अड़ा दिया। वहां 1 जून को
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से विपक्षी खेमे में उथल-पुथल मची हुई है। कांग्रेस में जहां आपस में ही आरोप-प्रत्यारोप जारी है वहीं सेक्युलर
त्रिभाषा-सूत्र के विवाद पर तीन-तीन मंत्रियों को सफाई देनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि यह तो शिक्षा समिति की रपट भर है। यह सरकार की नीति नहीं है। अभी
अपने तीन कार्यकाल पूरे करने वाले जवाहरलाल नेहरू के युग के बाद, केवल तीन प्रधानमंत्री पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सत्ता में लौटे हैं: इंदिरा गांधी,
ये बिल्कुल स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी के लिए लोगों का एक निजी समर्थन है। भारतीय लोगों ने जानबूझकर उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में एक और कार्यकाल देने के लिए
व्हाइट हाउस में ट्रम्प प्रशासन के आगमन ने ईरान के प्रति अमेरिकी नीति में एक बड़ी बदलाव को चिह्नित किया है। तब से, वाशिंगटन ने ईरान परमाणु समझौते से हटकर
नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल का यह शपथ-समारोह अपने आप में एतिहासिक है, क्योंकि यह ऐसा पहला गैर-कांग्रेसी मंत्रिमंडल है, जो अपने पहले पांच साल पूरे करके दूसरे पांच साल पूरे करने
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अजीब-सी नौटंकी में फसे हुए हैं। यदि उन्हें अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना ही है तो फिर वे मान-मनौव्वल के दौर में क्यों फंसे हैं ?
पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अल्पसंख्यकों के ‘सबका विश्वास’ को जीतने के लिए एनडीए सांसदों के सामने आने के कुछ घंटों बाद, 25 मई को गुरुग्राम में एक मुस्लिम व्यक्ति को
दिल्ली, एन.सी.आर और निकटवर्ती हरियाणा में लोकसभा चुनाव के नतीजे एक जैसे रहे। भगवा पार्टी को सभी सीटों पर जीत मिली। इस पार्टी के लिए यह उल्लास और हर्ष का
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी विजय पर बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच बातचीत शुरु करने की पेशकश की है। भारत की तरफ
शनिवार को संसद में सेंट्रल हॉल में अपने भाषण में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के नेता चुने जाने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्यता पर ध्यान
23 मई की सुबह और शाम के बीच देश भर में मूड में भारी अंतर था। सुबह में, जब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की सील खोली जा रही थी तो
नरेंद्र मोदी ने 2014 का चुनाव, “न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन” नारे के साथ जीता था। व्यवहार में, अर्थव्यवस्था में सरकार का हस्तक्षेप अक्सर बढ़ गया और शासन अक्सर बिगड़ गया।