Health

VIDEO : जानें 30 दिनों के रोजा रखने से आपके शरीर में होने वाली प्रतिक्रिया को

रोजा रखना कुछ नया नहीं है, कई लोग इसके होने वाले संभावित स्वास्थ्य लाभ खोजते हैं। यदि आप अपने पहले रोजा रखने की योजना बना रहे हैं या आप अपने

मस्तिष्क की रक्षा करने में मदद करता है उपवास या रोजा

अगर किसी भी संघर्ष के लिए हम रोज़मर्रा दिनों में सामना करते हैं, तो यह हमारे मन और शरीर के बीच लड़ाई है। हममें से अधिकांश स्वस्थ होने के लिए

स्टेम सेल को रिजेनरेट और डेवलप करने में मदद करती है रोज़ा : अध्ययन

एक अध्ययन के मुताबिक, 24 घंटे का उपवास स्टेम सेल फंक्शन के आयु से संबंधित नुकसान को उलट सकता है जो नए आंतों के कोशिकाओं को पुन: उत्पन्न करता है।

क्या आप रोजा रखने के लिए तैयार हैं? रमजान के लिए अपने शरीर को तैयार करने के छह तरीके

रमजान का पाक महीना आने को है और मुसलमान सूर्यास्त तक सुबह से ही बिना कुछ खाए पिए उपवास रखते हैं। यदि आप उपवास कर रहे हैं, तो इसका मतलब

गर्मी में आपको दही को अपने आहार में शामिल करने की क्यों आवश्यकता है?

आप शायद हम पर विश्वास न करें, लेकिन एक स्वस्थ आहार गर्मी को मात देने में आपकी मदद कर सकता है। एक महत्वपूर्ण घटक जिसे आपको गर्मियों के दौरान अपने

क्या स्मार्टफोन लोगों को बिमार बना रहा है?

अपने स्मार्टफोन को हम सभी लगातार इस्तेमाल करते हैं। इससे हमारी आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस बात को कई लोग नजरअंदाज भी कर देते हैं। इसका एक कारण

बीपी को सही करने के लिए इसकी दुबारा जाँच करें, 3 जाँच की सिफारिश

नई दिल्ली : एक क्लिनिक में न्यूनतम 3 माप की सिफारिश की जाती है। BP के एकल मापन ने 63% से अधिक व्यक्तियों को ‘उच्च रक्तचाप’ के रूप में गलत

VIDEO: हेल्थ टिप्स: 5 ऐसे किचन आइटम जिन्हें आपको जल्द से जल्द बाहर फेंक देना चाहिए!

क्या रिफाइंड तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है? क्या एल्युमीनियम के बर्तन में खाना पकाना सुरक्षित है? एल्युमिनियम फॉयल हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है? क्या नॉन स्टिक

VIDEO: हर सुबह 1 चम्मच नींबू का रस और जैतून का तेल खाएं, इससे आपके शरीर में होंगे यह बदलाव!

जैतून का तेल बालों और स्किन के लिए कितना अच्छा होता है ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हें कि इसे नींबू के साथ रोजाना खाने

हैदराबाद: यहां जानिए कहाँ डॉ बत्रा की नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध हैं!

हैदराबाद: होम्योपैथी के संस्थापक डॉ सैमुअल हैनीमैन की 264 वीं जयंती के एक भाग के रूप में बुधवार को सुबह 10 से दोपहर 3 बजे के बीच सभी डॉक्टर बत्रा

भारत में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता!

मानसिक स्वास्थ्य के मसलों को अक्सर नजरंदाज करने की प्रवृत्ति रही है क्योंकि यह भारतीय समाज में इसके प्रति नकारात्मक धारणा रही है, लेकिन हालिया एक रिपोर्ट बताती है कि

जानिए, ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल से किस बिमारी का हो सकते हैं शिकार?

आराम करने तथा समय बिताने के लिए स्मार्ट फोन के अधिक उपयोग से कई नकारात्मकाएं सामने आ सकती हैं। एक अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार स्मार्ट फोन के उपयोग से

आखिर क्‍यों इस महिला को कभी दर्द महसूस ही नहीं हुआ? जानें पूरा मामला

हर व्‍यक्ति को कई तरह के छोटे-बड़े दर्द होते ही रहते हैं। इनमें भी महिलाओं को तो जीवन भर कई तरह के दर्द का सामना करना पड़ता है। इनमें भी

क्या गर्म चाय पीने से होता है कैंसर जैसे घातक बिमारी का खतरा?

खौलती चाय के शौकीनों को एसोफैगल कैंसर का जोखिम अधिक होता है। ईरान में 13 साल लंबी स्टडी कुछ ऐसी बातों को उजागर करती है। वहीं कुछ जानकार मानते हैं

‘अनिद्रा’ से पीड़ित है हैदराबाद के लोग, सर्वेक्षण रिपोर्ट आपको कर सकती है आश्चर्यचकित!

हैदराबाद: अस्वस्थ जीवनशैली और तनाव के कारण हैदराबाद के निवासी कम सो रहे हैं। कई अनिद्रा से पीड़ित हैं। यह एक नींद विकार है जिसमें लोगों को सोने में परेशानी

भारत के लिए 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य एक बहुत बड़ी चुनौती

टीबी (क्षय रोग) एक घातक संक्रामक रोग है जो कि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। टीबी (क्षय रोग) आम तौर पर ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करता है,

होली के बाद अपनी त्वचा और बालों की कुछ इस तरह करें देखभाल!

नई दिल्ली: होली के रंग आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कई दिनों के लिए बालों को बेजान छोड़ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि होली खेलने

VIDEO: बीमारी आ जाए तो क्या करना चाहिए, यहाँ जानिये क्या कहती हैं डॉ. फरहत हाशमी!

पैग़ंबर मोहम्मद (SAW) ने फ़रमाया है अल्लाह ताला ने ऐसी कोई बीमारी नहीं बनाई है जिसका इलाज पैदा नहीं किया. कोई भी बीमारी लाईलाज नहीं है. वीडियो में डॉ फरहत

होली में ऐसे रंगों का करें इस्तेमाल, आपकी त्वचा को नहीं होगा नुकसान!

रंगों के त्योहार होली में पिचकारियां तो छूटेंगी, गुलाल तो उड़ेंगे, गुबारों के रंगों से सराबोर होने के लिए हम कब से तैयार बैठे हैं, लेकिन इसी दौरान रंग खेलने