केंद्र सरकार, जमात- ए- इस्लामी से इतनी असहज क्यों है?- महबूबा मुफ्ती
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने जमात-ए-इस्लामी संगठन पर बैन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले की शुक्रवार को तीखी आलोचना की और कहा कि यह लोकतंत्र
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने जमात-ए-इस्लामी संगठन पर बैन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले की शुक्रवार को तीखी आलोचना की और कहा कि यह लोकतंत्र
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित हंदवाड़ा में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात से शुरू मुठभेड़ अभी तक चल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें सीआरपीएफ के दो अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार को जमात-ए-इस्लामी पर पाबंदी लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। क्योंकि इस कदम से संगठन की गतिविधियां भूमिगत होने के
इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने शनिवार को दक्षिण एशिया में तनाव कम करने और लंबित मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत के जरिए हल करने की अपील की। आईओसी मुस्लिम
जम्मू कश्मीर के शोपियां में एक आर्मी कैंप आतंकी हमला हुआ है। आतंकी हमले की सूचना मिलते ही पुलिस को तुरंत सतर्क कर दिया गया, जिन्होंने जवाबी कार्रवाई की और
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंकाओं के बीच पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल ने कहा है कि दोनों देशों के बीच तनाव का सबसे अधिक असर कश्मीर पर पड़ता है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने जमात-ए-इस्लामी संगठन पर बैन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले की शुक्रवार को तीखी आलोचना की और कहा कि यह लोकतंत्र
13 जुलाई 1993 को कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन को राजनीतिक रंग देने के मकसद से ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस (एपीएससी) का गठन हुआ था। यह संगठन उन तमाम पार्टियों का
केंद्र की मोदी सरकार जम्मू कश्मीर में फिर बड़ा कदम उठा सकती है। जमात-ए-इस्लामी को बैन करने के बाद हुर्रियत पर भी बैन लगा सकती है। सूत्रों के हवाले से
जम्मू-कश्मीर में कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ सरकार ने बड़ा ऐक्शन लिया है। सरकार ने जमात-ए-इस्लामी पर कार्रवाई करते हुए उसके 70 खाते सील कर दिए हैं। इसके साथ ही
जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंध के बाद अलगाववादी संगठन जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों की धरपकड़ के लिए गुरुवार की रात छापेमारी की गई। दक्षिणी कश्मीर के कई स्थानों पर छापे मारकर सुरक्षाबलों ने
भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 4 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. मुठभेड़ कुपवाड़ा के लंगेट इलाके में हुई. आधिकारिक सूत्रों
जम्मू: हिन्दोस्तान और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के कारण जम्मू के सरहदी इलाक़ों में गुरुवार को सभी शिक्षण संस्थानो को बंद रखा गया जबकि विभिन्न दलो के परीक्षा को
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के संगठन जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगाया है। गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 3 के तहत, सरकार ने जम्मू और कश्मीर के जमात-ए-इस्लामी (JeI) को
अलगाववादियों के दो दिवसीय बंद के कारण बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन कश्मीर में जनजीवन प्रभावित हुआ। यह बंद घाटी में हवाला के जरिए आतंकी वित्तपोषण की जांच के सिलसिले
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की सेना के अनुसार, मंगलवार को हुए हवाई हमले के मद्देनजर भारत द्वारा कश्मीर से पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में किए गए आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर
जम्मू कश्मीर के बडगाम में भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग क्रैश हो गया है। इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई है। वहीं पाकिस्तान की सेना दूसरी
भारतीय वायुसेना की बालाकोट में स्थित आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तानी जेट ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू कश्मीर में आतंकी और अलगाववादी संगठनों को वित्त पोषण (टेरर फंडिंग) के मामले में मीरवाइज उमर फारूक सहित विभिन्न अलगाववादियों के परिसरों पर मंगलवार
भारतीय सेना ने सीमापार से हो रही पाकिस्तानी गोलाबारी का करारा जवाब देते हुए जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा के उस पार स्थित पाकिस्तान की पांच चौकियां ध्वस्त कर