अब ममता बनर्जी पर बनी फिल्म ‘बाघिनी’, निर्देशक बोले यह बायोपिक नहीं

   

नई दिल्ली: फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’और ‘मनमोहन सिंह’ के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी फिल्म बन के तैयार हो चुकी है. कहना लाजमी है कि चुनावी माहौल में हाल ही में ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ फिल्म को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है और इस फिल्म की रिलीज पर चुनाव आयोग ने फिलहाल रोक भी लगा दी है, लेकिन अब पीएम मोदी को राजनैतिक तरीके से ही नहीं, बल्कि फिल्मी पर्दे पर भी ममता बनर्जी मोदी को हराने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं. आने वाली 3 मई को ममता बनर्जी पर बनी यह फिल्म ‘बाघिनी’ पूरे भारत में रिलीज होने वाली है.

यह कोई बायोपिक नहीं है
हालांकि अभी यह फिल्म धीरे-धीरे चर्चा में आ रही है, क्योंकि चुनावी माहौल भी है, जिस वक्त ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ फिल्म को लेकर इतना बवाल हुआ उसी दौरान अब ममता पर भी ऐसी एक फिल्म पर्दे पर आने वाली है. हालांकि फिल्म निर्देशक और निर्माता का कहना है कि यह ममता बनर्जी पर बनी कोई बायोपिक नहीं है, लेकिन पोस्टर देखकर भी साफ पता चलता है कि बंगाल की दीदी यानी ममता बनर्जी ही ‘बाघिनी’ हैं और इस फिल्म में पीएम मोदी पर कोई कटाक्ष भले ही न हो मगर कामरेड ज्योति बासु के चरित्र को जरूर दर्शाया गया है, जिनके खिलाफ ममता बनर्जी ने एक वक्त बहुत बड़ा आंदोलन छेड़ दिया था और उस दौरान ममता बनाम सीपीएम की लड़ाई अपने चरम पर थी.

फिल्म नहीं लिया गया ममता बनर्जी का नाम
इस फिल्म में ममता बनर्जी के नाम को इस्तेमाल नहीं किया गया है, बल्कि ममता की जगह इंदिरा बनर्जी का नाम दिया गया है. ममता के चरित्र निभाने वाले एक्टर रूम दासगुप्ता हैं, जिनका कहना है कि दीदी यानी ममता बनर्जी को काफी स्टडी किया है. उन्हें ममता बनर्जी के चाल, चलन, उठना और बैठना बात करने का ढंग सब कुछ बड़े ध्यान से स्टडी करना पड़ा है. फिल्म की प्रोड्यूसर और लेखक पिंकी मंडल ने बताया कि यह राजनीति के लिए नहीं बनाई है बल्कि एक आम महिला से महान हो जाने की दास्तान है. जब फिल्म के डायरेक्टर निहाल दत्ता से पूछा गया कि क्या इस फिल्म में मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बनने की भी कोई कहानी दिखाई गई है क्या? तो निहाल ने मुस्करा कर कह दिया कि यह तो ‘बाघिनी’ देखने के बाद ही पता चलेगा.