अमित शाह बोले, कश्मीर हमेशा नहीं रहेगा केंद्र शासित

   

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा केंद्र शासित क्षेत्र नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि वहां सुरक्षा हालात सुधरने के बाद इसका राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा। शाह ने यहां भारतीय पुलिस सेवा के 2018 बैच के परिवीक्षा अधिकारियों के साथ बातचीत में यह भी कहा कि पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त करने की घोषणा के बाद एक भी गोली नहीं चली है और ना ही एक भी जान गई है।

370 का दुरुपयोग आतंक की वजह : गृह मंत्री ने कहा कि यह धारणा गलत है कि केवल अनुच्छेद 370 से ही कश्मीरी संस्कृति और पहचान की हिफाजत हुई, क्योंकि सभी क्षेत्रीय पहचानों को भारतीय संविधान में स्वाभाविक सुरक्षा प्रदान की गई है।

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का दुरुपयोग ही सीमा पर आतंकवाद की मूल वजह है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में 196 में से केवल दस थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगी हुई है। साहसिक निर्णय लेना जरूरी: कठोर लेकिन सही फैसले करने पर गृहमंत्री ने कहा कि घिर जाने के डर की परवाह किए बगैर लोगों के हित में साहसिक निर्णय लेना जरूरी है। शाह ने आईपीएस परिवीक्षा अधिकारियों को एक ऐसी सेवा का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस करने के लिए प्रेरित किया जो लोगों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है।

‘एनआरसी को राजनीतिक चश्मे से ना देखें’ : अमित शाह का कहना है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को राजनीतिक चश्मे से नहीं बल्कि एक संवैधानिक प्रक्रिया के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुशासन के लिए भी अनिवार्य है। वे यहां भारतीय पुलिस सेवा के 2018 बैच के परिवीक्षा अधिकारियों के साथ संवाद कर रहे थे।