सीनियर बीजेपी नेता कहा “मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि सभी को सुप्रीम कोर्ट य के निर्णय का इंतजार करना चाहिए और किसी भी पक्ष की ओर से उससे पहले कोई भी बयान दिया जाना उचित नहीं है.”

माना जा रहा है कि मौजूदा प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के सेवानिवृत्त होने की तिथि 17 नवंबर से पहले अयोध्या मामले का निर्णय आ जाएगा.

पूर्व मुख्यमंत्री से पूछा गया था कि कुछ वरिष्ठ भाजपा नेता अयोध्या में विवादित स्थल पर मालिकाना हक को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा निकट भविष्य में अपना निर्णय दिए जाने की संभावना के मद्देनजर मंदिर निर्माण के बारे में बयान दे रहे हैं.

कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के नेतृत्वकर्ताओं में शुमार किए जाते रहे हैं. वह 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.