आगे न बढ़े जंग

   

भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार करके जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। हालांकि पाकिस्तान ने किसी तरह के नुकसान से इनकार किया है। मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों पर भीषण बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया। विदेश सचिव विजय गोखले ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश-ए-मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह चलाए गए अभियान में जैश के अनेक आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और फिदायीन मारे गए। दरअसल पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से भारत ने ही नहीं पूरी दुनिया ने पाकिस्तान से आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा, लेकिन पाकिस्तान ने जबानी जमाखर्च के सिवाय कुछ नहीं किया। पिछले कुछ वर्षों से भारत आतंकी कार्रवाइयों से आजिज आ चुका है। उसने बार-बार पाकिस्तान को सबूत दिए, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाया, मसले को कूटनीतिक तरीके से सुलझाने की कोशिश भी की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
बार-बार विभिन्न स्रोतों से ऐसी खबरें आती रहीं कि पाकिस्तान के कई इलाकों में अनेक आतंकी संगठन बाकायदा अपने कैंप चला रहे हैं। कई देशों की खुफिया रिपोर्टों और अध्ययनों में यह बात भी सामने आई कि इन संगठनों को पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन हासिल है। शायद यही वजह थी कि उन संगठनों के कई नेता खुलेआम वहां भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आते हैं। इन स्थितियों में भारत के पास एक सख्त संदेश देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था।

पुलवामा हमले के बाद अमेरिका और अन्य कई देशों ने हमारे पक्ष का समर्थन किया और स्पष्ट कहा कि भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है। अमेरिका खुद भी पाकिस्तान की सीमा में गहराई तक घुसकर आतंकवाद के विरुद्ध इस तरह के कदम उठा चुका है। भारत ने साफ किया है कि यह हमला पाकिस्तान और पाकिस्तानियों के खिलाफ नहीं है। भारतीय वायुसेना ने केवल जैश-ए-मोहम्मद के उन ठिकानों को निशाना बनाया जो नागरिक इलाकों से दूर घने जंगल में पहाड़ियों पर थे।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का कहना है कि पाकिस्तान माकूल समय पर इसका जवाब देगा। बेहतर होगा कि पाकिस्तान हालात को समझे। भारतीय कार्रवाई आतंकियों के खिलाफ है जिनसे खुद पाकिस्तान के लोग भी परेशान हैं। भारतीयों में आम पाकिस्तानियों के प्रति विद्वेष का भाव नहीं है। भारत चाहता है कि उसके पड़ोसी खुद चैन से रहें और हमें भी चैन से रहने दें। यह तभी संभव है जब पाकिस्तानी हुकूमत आतंकी संगठनों पर शिकंजा कसे।
साभार: नवभारत टाइम्स