आजम खान ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान, कहा- रामपुर से प्रत्याशी न उतारे समाजवादी पार्टी !

   

रामपुर-यूपी में एक के बाद एक हो रही कार्रवाई से सपा नेता एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां खफा हैं। उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए लोकसभा चुनाव के बहिष्कार तक का ऐलान कर दिया है। पार्टी हाईकमान से अनुरोध किया है कि वह रामपुर में सपा का प्रत्याशी न उतारे।

यूं तो आजम खां के खिलाफ लंबे समय से जांचें चल रही हैं, मुकदमों की कार्रवाई होती रही। लेकिन, मार्च माह की शुरुआत होते ही घेराबंदी और तेज हो गई। विगत 6 मार्च को प्रशासन ने स्वार मार्ग पर बना उर्दू गेट ध्वस्त कर दिया। इसके बाद उसी दिन दोपहर बाद जौहर विश्वविद्यालय में बने सरकारी गेस्ट हाउस पर बिजलीघर की दीवार तोड़कर प्रशासन ने कब्जा ले लिया। एक शिकायत की जांच के बाद जिस मदरसा आलिया में आजम खां का रामपुर पब्लिक स्कूल किड्स चलता है, वहां फोर्स लगवाकर 22 भवनों से अवैध कब्जा हटवा दिया और यूनानी अस्पताल शिफ्ट करा दिया। आजम ने कार्रवाई को अवैध बताया तो प्रशासन ने कहा नियमानुसार कार्रवाई की गई है। गुरुवार की रात को जौहर विश्वविद्यालय की जांच के सिलसिले में एक बार फिर एसआईटी रामपुर आ पहुंची है।

रामपुर सीट से इस बार आजम खां को सपा का प्रत्याशी माना जा रहा है। गुरुवार को उन्होंने पहले प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि हमको चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है। कहा कि यूनिवर्सिटी में पानी की टंकी के लिए निशुल्क जगह इसलिए दी गई थी, वहां के छात्र-छात्राओं को पेयजल दिया जाएगा, लेकिन उसका कनेक्शन भी काट दिया गया। पान दरीबा को इस तरह घेरा गया, जैसे सरहद पर हमला होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की हरकतों से हालात तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। इसके बाद अपने खास लोगों की बैठक बुलाई, जिसमें लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया। आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने बैठक की जानकारी दी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रस्ताव भेज रहे हैं कि रामपुर से सपा का कोई प्रत्याशी न उतारा जाए।