ईरान अपनी हिफाजत के लिए किसी से पुछ कर हथियार नहीं बनायेगा- हसन रुहानी

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राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि अपनी सुरक्षा के उद्देश्य से हथियार बनाने के लिए हमें किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। डाक्टर हसन रूहानी ने स्पष्ट किया है कि एंटी आर्मर मिसाइल और सुरक्षा उपकार बनाने के लिए हमें न किसी की अनुमति की आवश्यकता थी और न ही आगे होगी। उन्होंने कहा कि हम अपने मार्ग पर दृढ़ता के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति ने इस्लामी क्रांति की सफलता की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर तेहरान के आज़ादी स्कवाएर पर अपने भाषण में कहा कि पूरे संसार को यह जान लेना चाहिए कि इस्लामी गणतंत्र ईरान की शक्ति, पवित्र प्रतिरक्षा के काल की तुलना में बहुत अधिक है।

उन्होंने कहा कि देश की सशस्त्र सेना प्रतिरक्षा के लिए शस्त्र बनाने में आत्मनिर्भर हो चुकी है।राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि विश्वासियों ने देखा कि ईरान के संकल्प और उसकी सहायता से सीरिया, इराक़ तथा लेबनाना के लोगों ने सफलताएं अर्जित कीं। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीन एवं यमन में प्रतिरोधकर्ता, अतिग्रहकारियों के सामने डटे हुए हैं।

ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि शत्रु को अब अपनी पराजय को स्वीकार करके क्षेत्र में हस्तक्षेप त्याग देना चाहिए ताकि क्षेत्रीय राष्ट्र स्वतंत्र ढंग से अपने विकास के कामों को आगे बढ़ा सकें।राष्ट्रपति ने इस्लामी क्रांति की सफलता की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर जनता की भरपूर उपस्थिति की ओर संकेत करते हुए कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि शत्रुओं के षडयंत्र विफल हो चुके हैं और वे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते।

हसन रूहानी ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान पिछले 40 वर्षों वाले मार्ग पर आगे बढ़ता रहेगा। राष्ट्रपति रूहानी ने अपने भाषण के दूसरे भाग में विभिन्न क्षेत्रों में ईरान की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे संसार ने ईरान की तीव्र गति से की गई प्रगति को स्वीकार किया है।