कांग्रेस में मेरे पिता सत्रुघ्न सिन्हा को जो चाहिए वो इज्जत मिलेगी- सोनाक्षी सिन्हा

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बीजेपी छोड़ने का मन बना चुके सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी और बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपने पिता के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि अब आगे बढ़ने का समय है। सोनाक्षी तो मानती हैं कि शत्रुघ्न ने यह फैसला देरी से लिया है।

अपने पिता के भाजपा छोड़ने और नवरात्र में कांग्रेस का हाथ थामने के फैसले पर उन्होंने कहा, “यह उनका फैसला है और मुझे लगता है कि अगर मौजूदा स्थिति से आप खुश नहीं हैं तो बदलाव की जरूरत पड़ती है और उन्होंने यही किया।” सोनाक्षी ने कहा, “उम्मीद है कि कांग्रेस से जुड़ने के साथ ही वे और अच्छा कर सकेंगे और दवाब महसूस नहीं करेंगे।”

यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पिता सम्मान न मिलने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से निराश थे? जवाब में सोनाक्षी ने कहा कि उनके पिता को भाजपा में बहुत सम्मान मिला और यहां तक कि पार्टी में बहुत पहले से मौजूद कई दिग्गज नेताओं को भी उतना सम्मान नहीं मिला।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, शुक्रवार को आयोजित हिंदुस्तान टाइम्स मोस्ट स्टाइलिश अवार्ड्स-2019 में सोनाक्षी ने संवाददाताओं से कहा, “तो, अब आगे बढ़ने का समय है। वास्तव में, उन्होंने यह निर्णय कुछ देर से लिया। उन्हें यह बहुत पहले कर लेना चाहिए था।”

शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा से निकलने का निर्णय भाजपा द्वारा केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को बिहार के पटना साहिब से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद लिया है। शत्रुघ्न पिछला चुनाव भी पटना साहिब से ही जीते थे। वह इस सीट से 10 साल से सांसद हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे सिन्हा साल 2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने के बाद से भाजपा के मुखर आलोचक बन गए। नोटबंदी और जीएसटी के नए स्वरूप का वह विरोध करते रहे हैं। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिए जाने पर भी उन्होंने सवाल उठाया था।