केंद्रीय मंत्री के बेटे समेत 7 लोग हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार !

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मध्य प्रदेश की नरसिंहपुर पुलिस ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के पुत्र प्रबल पटेल, और भतीजे मोनू समेत सात लोगों को हत्या के प्रयास के आरोप में मंगलवार को यहां गिरफ्तार किया. प्रहलाद पटेल मध्य प्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और दमोह लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. पटेल को हाल ही में केंद्रीय मंत्रिपरिषद में पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर शामिल किया गया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री पटेल के छोटे भाई और भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने कहा कि घटना के समय मोनू जबलपुर में था और प्रबल जबलपुर से लौट रहा था और दोनों ही घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे. दोनों को राजनीतिक कारणों से इस मामले में फंसाया गया है. वहीं, मध्‍य  प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस खबर पर ट्वीट करते हुए लिखा है- केन्द्रीय मंत्री और भाजपा विधायक के बेटे ने की फायरिंग, हत्या के प्रयास का केस दर्ज : केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के पुत्र एवं उनके भाई एवं नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल के पुत्र के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज..! चाल, चरित्र और चेहरा..?

जिला पुलिस अधीक्षक गुरुकरण सिंह ने मंगलवार को बताया कि प्रबल पटेल (26) और मोनू पटेल (27) सहित 12 आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 307, धारा 365 और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है. इनमें से प्रबल पटेल सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मोनू पटेल और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री और मध्य प्रदेश के दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पटेल और छह अन्य लोगों को मारपीट करने और एक व्यक्ति को गोली मारने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी मामले में केंद्रीय मंत्री का भतीजा व अन्य फरार हैं. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि उनके भतीजे और विधायक जालम सिंह पटेल का बेटा मोनू पटेल अब भी फरार है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एरन बारले ने मंगलवार को बताया, “पुलिस ने 12 ज्ञात व आठ अज्ञात कुल 20 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. जिसमें प्रबल पटेल व छह अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. शेष की तलाश जारी है.”

पुलिस के अनुसार, सोमवार रात गोटेगांव थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह से लौट रहे दो लोगों का केद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल से विवाद हो गया. विवाद बढ़ा तो दोनों पक्षों में मारपीट हुई और गोली भी चली, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. घायल व्यक्ति को जबलपुर रेफर किया गया है.

पुलिस ने बताया कि नौनी निवासी हिमांशु राठौर ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि 17 जून को वह अपने साथी राहुल राजपूत के साथ ग्राम कमोद स्थित प्रखर गार्डन में एक शादी में आया था. बाइक से लौटते समय बैलहाई गांव में रात करीब साढ़े 11 बजे सुरेंद्र राय के घर के सामने प्रबल पटेल, दुर्गेश पटेल, सौरभ पटेल व उनके साथियों ने गालियां दीं, विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी. उसके बाद दोनों को प्रबल और उसके साथी अलग-अलग बाइक से किसी स्थान पर ले गए और फिर मारपीट की, गोली चलाई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया.

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले में राठौर के अलावा एक होमगार्ड सिपाही ईश्वर राय, राहुल राजपूत, शिवम राय और मयंक भी घायल हो गए. सभी घायलों को इलाज के लिए जबलपुर रेफर किया गया है.

एसपी बताया कि प्रबल पटेल और मोनू पटेल के साथ करीब दो दर्जन लोगों का सोमवार रात को बैलहाई बाजार में तीन-चार युवकों से विवाद हो गया, इसके बाद आरोपियों ने युवकों से मारपीट की और इस दौरान गोली भी चलाई गई, जो कि हिमांशु राठौर के हाथ में लगी.

सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रबल पटेल किसानी मोहल्ला गोटेगांव का निवासी है और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का पुत्र है, जबकि एक अन्य आरोपी मोनू पटेल प्रहलाद पटेल के छोटे भाई जालम सिंह पटेल का पुत्र है. जालम सिंह प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री रहे हैं और वर्तमान में नरसिंहपुर विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं.

उन्होंने बताया कि हिमांशु राठौर और राहुल राजपूत 17 जून की रात गोटेगांव से एक शादी में शामिल होकर वापस कमोद गांव जा रहे थे, तभी रास्ते में बैलहाई बाजार में प्रबल पटेल और उसके साथियों से उनका विवाद हो गया. इसके बाद आरोपी हिमांशु और राहुल को शिवम के घर ले गए और वहां उन्होंने शिवम, उसके पिता होमगार्ड के सिपाही ईश्वर राय और मयंक के साथ मारपीट की. पुलिस अधिकारी ने पीड़ितों के हवाले से बताया कि सभी पीड़ितों को जबरन मोनू पटेल के दफ्तर ले जाया गया और वहां भी उनके साथ मारपीट की गई.

केंद्रीय मंत्री पटेल के छोटे भाई और भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने बताया कि घटना के समय मोनू जबलपुर में था और प्रबल जबलपुर से लौट रहा था और दोनों ही घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे. दोनों को राजनीतिक कारणों से इस मामले में फंसाया गया है. जांच में मोनू और प्रबल की लोकेशन पता की जा सकती है. यह बच्चों के बीच का झगड़ा था और मोनू, प्रबल और उनके मित्रों को इसमें जबरन घसीटा गया है. उन्होंने कहा कि हमने एसपी को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की मांग की है.