चंद्रशेखर और गुजराल की ‘मजबूर सरकारों’ ने देश को दिवालिया बनाया- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री

,

   

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने सोमवार को कहा कि देश वैसी ‘मजबूर सरकारें’ नहीं चाहता जिनका नेतृत्व चंद्रशेखर या इंद्र कुमार गुजराल ने किया. देब ने परोक्ष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग जानते हैं कि कौन केंद्र में असहाय सरकार चाहता है. देब ने धलाई जिले के अंबासा में एक रैली में कहा कि चंद्रशेखर और आईके गुजराल जैसे प्रधानमंत्रियों की ‘मजबूर सरकारों’ ने भारत को दिवालिया बना दिया.

चन्द्रशेखर और गुजराल की अगुवाई में 1990 के दशक की शुरुआत में सरकारें अल्पकालिक थीं और कांग्रेस द्वारा बाहर से समर्थित थीं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को एक मजबूत सरकार दी. मजबूत सरकार वह है जिसमें कोई भी विवशता नहीं हो. भारत में हर कोई जानता है कि अभी कौन असहाय सरकार चाहता है.’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा त्रिपुरा की दोनों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी और विपक्षी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी. त्रिपुरा की दोनों लोकसभा सीटें वर्तमान में माकपा के पास है जो पिछले साल भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन द्वारा पराजित करके राज्य की सत्ता से हटाए जाने से पहले 25 साल तक राज्य में शासन में थी. पश्चिम त्रिपुरा में मतदान 11 अप्रैल और पूर्वी त्रिपुरा में 18 अप्रैल को होगा.

इस बीच कांग्रेस के सुबल भौमिक, भाजपा के रेबती मोहन त्रिपुरा, राज्य मंत्री और इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के एनसी देबबर्मा और तृणमूल कांग्रेस के ममन खान ने पश्चिम त्रिपुरा लोकसभा सीट के लिए सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रद्योत किशोर ने राज्य के कई मंत्रियों, विधायकों और भाजपा के अन्य नेताओं के पार्टी के साथ लगातार संपर्क में रहने का दावा किया. इस बीच इंडिजिनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ ट्वीपरा (आईएनपीटी) ने घोषणा की है कि वह कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारेगी और कांग्रेस का समर्थन करेगी.