जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सोनिया गाँधी से शिवसेना का समर्थन न करने की अपील की

,

   

हर गुजरते दिन के साथ महाराष्ट्र में सरकार को लेकर सस्पेंस बढ़ता जा रहा है. कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर शिवसेना का समर्थन न करने की अपील की है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी की सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ रामदास अठावले बीजेपी और शिवसेना की सरकार के लिए नया फॉर्मूला लेकर लाए हैं.

जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से शिवसेना को समर्थन देने का फैसला कांग्रेस के लिए हानिकारक होगा. सोनिया को लिखे गए पत्र में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने लिखा है, ‘’मैं आपका ध्यान महाराष्ट्र की खराब राजनीति की तरफ आकर्षित करना चाहता हूं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप शिवसेना को समर्थन देने के बारे में सोच रही हैं. यह फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए ही खतरनाक और घातक होगा.’’

 

वहीं, दूसरी ओर रामदास अठावले नया फॉर्मूला लेकर लाए हैं. शिवसेना और बीजेपी के बीच रास्ता निकालने की बात करते हुए उन्होंने बीजेपी को तीन साल और शिवसेना को दो  साल के लिए सीएम पद दिए जाने की बात कही.

आरपीआई चीफ आठवले ने कहा, ‘’मैंने शिवसेना नेता संजय राउत से समझौते के लिए बात की है. मैंने उन्हें तीन साल (बीजेपी का सीएम) और दो साल (शिवसेना का सीएम) के फॉर्म्युले की सलाह दी है. राउत ने कहा है कि बीजेपी अगर तैयार हो तो शिवसेना इसके बारे में विचार कर सकती है. अब मैं बीजेपी से इस बारे में चर्चा करूंगा.’’