झारखंड : मॉब लिंचिंग रोकने गई पुलिस पर हमला, लाठी चार्ज व फायरिंग

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बगोदर : घटना झारखंड के गिरिडीह जिला के बगोदर थाना की है. सूचना के मुताबिक रविवार को दिन करीब 3.40 बजे धनबाद की ओर से एक कंटेनर आ रहा था. जीटी रोड बेको के मुर्गियांटोगरी के पास कंटेनर में प्रतिबंधित मांस लदा होने के संदेह पर बगोदर में रविवार को जम कर बवाल हुआ. कंटेनर से लगातार खून का रिसाव हो रहा था. इस पर निमियाघाट के समीप कुछ लोगों की नजर पड़ी, तो उन्हें संदेह हुआ कि कंटेनर पर प्रतिबंधित मांस लदा है. इसके बाद चार-पांच बाइक पर सवार होकर कुछ युवक कंटेनर के पीछे हो लिये. चालक ने देखा कि पीछा किया जा रहा है, तो वह कंटेनर को खड़ा कर भाग निकला. इस बीच बाइक पर सवार लोग पहुंच गये और इलाके में खबर फैल गयी कि वाहन पर प्रतिबंधित मांस व उसका अवशेष है.

खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गयी. मौके पर जुटे लोगों ने खलासी मो कादिर (यूपी के मुरादाबाद निवासी) को पकड़ लिया और उसे बुरी तरह पीटने लगे. इस दौरान कंटेनर का शीशा तोड़ कर जीटी रोड को जाम कर दिया. उग्र भीड़ ने खलासी को जम कर पीटा. भीड़ ने उसे बचाने का प्रयास कर रही पुलिस पर भी हमला कर दिया. भीड़ कंटेनर को आग के हवाले करने पर आमादा थी. पथराव में बगोदर थानेदार समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गये. पुलिस ने आठ राउंड फायरिंग और लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा.

बगोदर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि कंटेनर को जलाने का प्रयास किया गया. खलासी के साथ मारपीट की गयी है. सूचना पर जब वे पहुंचे और भीड़ से खलासी को निकालने का प्रयास किया गया तो लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. हथियार भी छीनने का प्रयास किया गया. ऐसे में आत्मरक्षा में हवाई फायरिंग करनी पड़ी. चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

सरिया-बगोदर एसडीपीओ बिनोद कुमार महतो ने कहा कि कंटेनर में मिले कागजात में मवेशियों के हड्डी होने का जिक्र है. खलासी और घायल पुलिसकर्मियों का स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया है. मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.