ट्यूबलेस टायर के बाद अब आ रहा है पंचरप्रूफ टायर ! 2024 तक मार्केट में होगा लांच

   

दुनिया भर में लगभग 200 लाख टायर हर साल समय से पहले पंक्चर और सड़क के चलते होने वाले डैमेज और अनुचित एयर प्रेसर के कारण खराब हो जाते हैं। लेकिन
Michelin और जनरल मोटर्स ने मिलकर एक एयलेस टायर का प्रोटोटाइप तैयार किया है। इसे Uptis (यूनिट पंचरप्रूफ टायर सिस्टम ) नाम दिया गया है। यह टायर पर्यावरण को बचाने में भी मदद करेगा, क्योंकि पंक्चर और ब्लोआउट के कारण टायर काम खराब होंगे। उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि पंक्चर या अनियमित टायर के कम / उच्च दबाव के कारण हर साल लगभग 20% टायर फट जाते हैं। हर साल लगभग 200 लाख टायर फटते हैं, जो पर्यावरण पर एक बड़ा बोझ बन जाता है। Uptis (यूनिट पंचरप्रूफ टायर सिस्टम ) इस तरह के अपव्यय को कम कर सकता है और पर्यावरण संरक्षण के लिए योगदान कर सकता है।

वैसे बाजार में ट्यूबलेस टायर आ चुके हैं जो कि पंचर होने के बावजूद लंबी दूरी तय कर सकते हैं। लेकिन दुनिया की मशहूर टायर निर्माता कंपनी Michelin एक एयरलेस टायर लेकर आ रही है। इस टायर हवा नहीं भरी जाती है, जिससे इसके पंचर होने का भी डर नहीं रहता है। इस टायर के लिए किसी भी तरह की मेंटेनेंस की भी कोई जरुरत नहीं होगी। यानी कि ये टायर लंबे समय तक प्रयोग किया जा सकेगा।

बताया जा रहा है कि ये टायर 2024 तक मार्केट में लांच कर दिया जाएगा, फिलहाल इस टायर पर कंपनी काम कर रही है।

Michelin और जनरल मोटर्स ने इस टायर की टेस्टिंग भी शुरु कर दी है, इसे शेवरले बोल्ट इलेक्ट्रिक कार में टेस्ट किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, ये सबसे पहली कार होगी जिसमें इस टायर का प्रयोग किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर मिशलिन पिछले 5 सालों से काम कर रही है। इसके ट्वील कॉन्सेप्ट को कंपनी ने सन 2014 में पहली बार दुनिया के सामने पेश किया था।

इस टायर में इस तरह के मैटेरियल का प्रयोग किया है जो कि प्रेसर पड़ने पर फ्लेक्सिबल हो सकता है और ज्यादा से ज्यादा भार सहने की क्षमता रखता है।