डेढ़ साल के आदित को याद हैं रंगों, जानवरों और घरेलू उपकरणों के नाम, ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में नाम दर्ज

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डेढ़ साल की छोटी सी उम्र में आदित विश्वनाथन गौरीशेट्टी (Aadith Vishwanath Gourishetty) ने ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज कराया है। आदित को उसकी शार्प मेमोरी के लिए यह कामयाबी मिली है। आदित अभी सिर्फ एक साल नौ महीने का है लेकिन, इस छोटी सी उम्र में वो एक अंतराष्ट्रीय और चार राष्ट्रीय रिकॉर्ड बुक्स में अपना नाम दर्ज करा चुका है। इनमें ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, और दो अन्य नेशनल रिकॉर्ड शामिल हैं। आदित रंगों, जानवरों, फलों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की आकृतियों की पहचान झट से कर लेता है। इस उम्र में बच्चों के लिए यह याद रख पाना इतना आसान नहीं होता है।

आदित हैदराबाद में ही रहता है और इस कामयाबी से उसका परिवार बहुत गर्व महसूस कर रहा है। एएनआइ से बात करते हुए आदित की मां स्नेहिता (Snehitha) ने बताया कि उसकी इस योग्यता को अब बहुत बड़े स्तर पर पहचान मिल गई है। इस उम्र में जब बच्चे कविताएं और लोरी सीखते हैं, उस उम्र में आदित के लिए रंगों, जानवरों, फलों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की आकृतियों की पहचान कर पाना बहुत आसान है।

उन्होंने कहा कि आदित की क्षमताओं ने उसे न केवल स्थानीय रूप से पहचान दी है, बल्कि अब उसका नाम दूर-दूर तक फैल गया है। न केवल उसने वैश्विक मान्यता प्राप्त की है, बल्कि उसे प्रतिष्ठित ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ द्वारा प्रमाणित किया गया है।

स्नेहिता ने कहा कि आदित देवताओं, कार के लोगो, रंगों, इंग्लिश एल्फाबेट्स, घरेलू जानवरों, जंगली जानवरों, शरीर के अंगों, झंडों, फलों, घरेलू उपकरणों को पहचानने में सक्षम है। उन्होंने एक वाकिये के बारे में बात करते हुए कहा कि आदित सिर्फ एक बार ही कुछ देखकर उसे याद रखता है। स्नेहिता ने कहा कि एक बार उन्होंने आदित को भारत का झंड़ा दिखाया था। इसके बाद टीवी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच के दौरान उसने भारत के झंड़े को देखकर सैल्यूट किया। इस वाकिये के बाद हमें लगा कि आदित के पास खास क्वालिटी है। इसके बाद आदित को हमने अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय झंड़ों के बारे में बताया और हमने देखा कि वह हमेशा के लिए सब याद रखता है।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने आदित को सम्मानित करते हुए कहा कि तेलंगाना के बच्चे आदित विश्वनाथन गौरीशेट्टी को वस्तुओं को पहचानने, देश के झंडे, कार लोगो, सचित्र वस्तुओं, और आकृति से वाहनों की पहचान करने समेत तमाम तरह की चीजों को याद रखने की उनकी शार्प मेमोरी की योग्यता के लिए सम्मानित किया जाता है।