तीन तलाक़ बिल: क्या सिर्फ़ हिन्दुओं को दिखाने भर है?

   

राम मंदिर पर अध्यादेश न लाए जाने के पीएम मोदी के बयान पर देवबंदी उलमा ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अच्छी तरह जानती है कि राम मंदिर इतना आसान नहीं है। इसलिए वह इस पर अध्यादेश नहीं लाएगी।

ऑल इंडिया जमीयत राजपूत के अध्यक्ष कारी मुस्तफा ने कहा की अयोध्या में विवादित जमीन का मुद्दा काफी समय से चल रहा है और इस मामले को लेकर देश में काफी लोगों की जानें भी गई हैं। इसलिए यह लोग जानते हैं कि वहां राम मंदिर बनाना इतना आसान नहीं है और न ही वो लोग इस मामले को सुलझाना चाहते हैं।

कारी मुस्तफा ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे का हल निकालकर अपनी राजनीति खत्म नहीं करना चाहती। इसलिए इन्होंने हिंदू धर्म के लोगों को खुश करने के लिए तीन तलाक बिल लोकसभा में पेश किया और इस पर कानून बनाकर वह मुस्लिमों को जेल में डालकर महिलाओं की जिंदगी बर्बाद करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के बयान से साफ है कि वह इस मुद्दे को सुलझाना नहीं चाहते बल्कि हिंदुस्तान की जनता को बेवकूफ बनाकर इसके नाम पर वोट हासिल कर सरकारें बनाना ही उनकी असल मंशा है।

वहीं, कारी मुस्तफा ने एटीएस द्वारा बीते दिनों की गई छापेमारी के दौरान दहशतगर्दी के इल्जाम में गिरफ्तार किए गए मुस्लिम नौजवानों के मसले पर कहा कि यह सिर्फ एक प्रोपेगंडा है। यह गिरफ्तारियां 2019 के चुनाव को लेकर की जा रही हैं। पहले ही एटीएस ने इसी तरह की गिरफ्तारियां की थीं जिन्हें बाद में बाइज्जत बरी कर दिया गया था।

कारी मुस्तफा ने आरोप लगाया कि एटीएस बरामद ट्रैक्टरों के पाइपों को लांचर बता रही है और अपने पास से सारे सबूत उनके खिलाफ पेश कर रही है। यह गिरफ्तार लोगों और उनके परिवारों के साथ सरासर अन्याय है।

साभार- ‘अमर उजाला’