नवाचार और उद्यमिता दोहरे ईंजन है जो भारत को आर्थिक समृद्धि, सामाजिक समावेश के युग में ले जाएंगे: नायडू

   

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि विद्यार्थियों को रोजगार योग्य बनाने के उद्देश्य से अकादमी-उद्योग के बीच अधिक सम्पर्क सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा प्रणाली को नया रूप दिया जाना चाहिए।

उपराष्ट्रपति आज चेन्नई में वेल टेक विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार, शिक्षा जगत तथा उद्योग को शिक्षा प्रणाली को नया रूप देने के लिए एक साथ काम करना चाहिए, ताकि शिक्षण संस्थानों से उतीर्ण होकर निकले विद्यार्थी रोजगार योग्य या स्व-रोजगार योग्य हो सकें।

इससे पहले श्री नायडू विश्वविद्यालय के निधि-सीईओ लैब देखने गए। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में बिजनेस इंक्यूबेशन को आर्थिक विकास तथा रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण औजार माना गया है। उन्होंने कहा कि नवाचार, इंक्यूबेशन तथा स्टार्ट-अप आज के विश्व में देशों और समाजों में सभी की जुबान पर हैं। ज्ञान केन्द्रित तथा टेक्नोलॉजी प्रेरित देश तथा समाज वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका निभाएंगे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत में अभी समय अवसर का लाभ उठाने तथा नवाचार और टेक्नोलॉजी आधारित उद्यमिता को प्रोत्साहित करने का है।

उपराष्ट्रपति ने संस्थान में शोधपूर्ण शिक्षण तथा शिक्षा व्यवहारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नवाचार और उद्यमिता दोहरे ईंजन है जो भारत को आर्थिक समृद्धि तथा सामाजिक समावेश के युग में ले जाएंगे।