सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान गुरुवार को बीजिंग पहुंचे। उनका मकसद पत्रकार जमाल खशोगी की नृशंस हत्या पर पैदा हुए कूटनीतिक संकट के बाद हाई प्रोफाइल एशिया यात्रा पर साझेदारी मजबूत करना है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, भारत और पाकिस्तान की यात्रा के बाद सलमान का चीन की राजधानी की दो दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात का कार्यक्रम है। इस यात्रा का उद्देश्य यह दिखाना है कि सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की नृशंस हत्या के बाद रियाद के अब भी सहयोगी हैं।
His Royal Highness Prince Mohammed bin Salman, Crown Prince, Deputy Prime Minister and Minister of Defence has arrived China on an official visit.#China #SaudiCrownPrince pic.twitter.com/7T37kqCICx
— HASSAN ALANAZIم/حَسَنْ أَبَاأَلْرُوُسْ (@H_FinTech) February 21, 2019
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जब दोनों देश अपने आर्थिक संबंधों को बेहतर बनाने पर ध्यान देंगे तो बीजिंग के महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड वैश्विक व्यापार ढांचा पहल उनके एजेंडा में होगी।
सऊदी अरब के ऊर्जा और उद्योग मंत्री खालिद बिन अब्दुलअजीज अल-फालिह ने चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ से कहा, ‘‘सऊदी अरब के पास काफी पूंजी है जिसे फायदेमंद जगह पर निवेश करने की जरुरत है।
बड़े बाजार और बेहतर हुए माहौल के साथ चीन निवेश के लिहाज से बड़ा स्थान है।’’ युवराज की यात्रा से पहले इस सप्ताह उसके चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान के उच्चाधिकार प्रतिनिधिमंडल ने बीजिंग की यात्रा की।
बुधवार को हुई मुलाकात में शी ने ईरानी संसद के अध्यक्ष अली लारीजानी से कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्थिति के बावजूद ईरान के साथ व्यापक कूटनीतिक साझेदारी विकसित करने का चीन का संकल्प अपरिवर्तित रहेगा।
सऊदी अरब के युवराज की यात्रा इस्तांबुल में सऊदी अरब के दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद बढ़े दबाव के पांच महीने बाद हो रही है। दूसरी तरफ चीन मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों के साथ अपने व्यवहार को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना कर रहा है।