पाकिस्तान में 218 लोगों के खिलाफ हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज

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कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पुलिस ने सोमवार को 218 दंगाइयों के खिलाफ मंदिर सहित संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर तीन मामले दर्ज किए। इससे पहले अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के एक स्कूल प्राचार्य के खिलाफ ईश-निंदा के आरोप में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद ये दंगा भड़का।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घोटकी जिले में सिंध पब्लिक स्कूल के एक छात्र के पिता अब्दुल अजीज राजपूत ने प्राचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें दावा किया गया कि अध्यापक ने इस्लाम विरोधी टिप्पणी करके ईश-निंदा का अपराध किया है। इसके बाद रविवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

दंगे के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से प्राचार्य को गिरफ्तार करने की मांग की। प्राचार्य की पहचान नूतन मल के रूप में हुई है। डॉन समाचार पत्र ने सुक्कुर के अतिरिक्त महानिरीक्षक (एआईजी) जमील अहमद के हवाले से बताया कि घोटकी पुलिस ने दंगाइयों के खिलाफ तीन मामले दर्ज किए हैं, जिन्होंने ईश-निंदा की कथित घटना के बाद सड़कों पर प्रदर्शन किये।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हिंदू मंदिर में भी तोड़फोड़ की। धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाने के लिए 45 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जबकि एक अन्य एफआईआर सड़क जाम करने के लिए 150 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। दंगे और चोरी के लिए एक तीसरी प्राथमिकी भी दर्ज हुई है।

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने स्कूल प्रशासन से कहा है कि वह विद्यालय के भवन और संपत्ति को हुए नुकसान के लिए अलग से शिकायत दर्ज कराएं, ताकि एक चौथी प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा सके। एआईजी अहमद ने बताया कि कथित आरोपी मल फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। इस बीच घोटकी में सोमवार को हालत काबू में रहे, हालांकि हिंदू इलाकों में दुकानें बंद रहीं।

राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल ने धाम मंदिर का दौरा किया और हिंदू समुदाय के प्रति एकजुटता प्रकट की। इस मंदिर में कल उग्र भीड़ ने तोड़फोड़ की थी।