पीएम मोदी ने राज्यसभा में पढ़ा ग़ालिब का नकली शेर !

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नरेन्द्र मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल प्रारम्भ हो चुका है और इसी के साथ संसद की कार्यवाही भी आरम्भ हो चुकी है। इसी क्रम में आज राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मिर्ज़ा ग़ालिब का यह शेर पढ़ते हुए विपक्षियों पर निशाना साधा

हालाँकि जो शेर पीएम ने राजसभा में पढ़ा वो शेर ग़ालिब का नहीं है. इसके बाद सोशल मीडिया में लोगों ने उनकी जम कर खिंचाई की.

अगर फैक्ट को देखें तो वह शेर ग़ालिब का नहीं है बल्कि सोशल मीडिया की उपज है.

राज्यसभा में जब प्रधानमंत्री कांग्रेस पर हमला बोल रहे थे, तब उन्होंने एक शेर सुनाया. पीएम ने कहा.. शायद इसीलिए ग़ालिब ने कहा है..

‘ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा,

धूल चेहरे पर थी आईना साफ करता रहा’.

अगर ग़ालिब के शेरों पर नज़र डालें तो ये उनका है ही नहीं. प्रधानमंत्री के शेर सुनाने के बाद सोशल मीडिया पर इस पर चर्चा शुरू हुई और लोगों ने भी पीएम की इस गलती को उजागर किया.

इतना ही नहीं बॉलीवुड लेखक और मशहूर शायर जावेद अख्तर ने भी ट्वीट किया. जावेद अख्तर ने लिखा कि जो शेर राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनाया है, वह ग़ालिब का है ही नहीं. वह सोशल मीडिया में गलत तरीके से फैलाया गया है. उन्होंने ये भी लिखा कि शेर की दोनों ही लाइनें शायरी के मीटर में सही तरीके से नहीं उतरती हैं.