पुलवामा हमले पर पोल: 64% लोग नहीं चाहते पाकिस्तान से जंग

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पुलवामा आतंकी हमले के बाद 64 फीसदी देशवासी पाकिस्तान से जंग नहीं चाहते, जबकि आतंकवाद से निपटने के लिए 49 फीसदी जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे काबिल राजनेता मानती है। यह बात ‘इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया’ के एक पोल में सामने आई है। दरअसल, कश्मीर में 14 फरवरी को पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। इंडिया टुडे के पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज-माई एक्सिस ने इसके बाद देशभर में यह पोल कराया, जिसमें पीएम मोदी की पाक और कश्मीर नीति, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जंग की आशंका, आईएसआई और पाक सेना और 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल किए गए।

आतंक से लड़ने में PM के बाद ये हैं मजबूत!: सर्वे के मुताबिक, आतंक का खात्मा करने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी से 15 फीसदी पीछे हैं। वहीं, तीन प्रतिशत लोगों ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने आतंकवाद से निपटने में सक्षम माना। इन तीनों नेताओं के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोगों ने एक-एक फीसदी वोट दिए।

PAK और JK को लेकर किसकी नीति बढ़िया?: आगे पोल में 47 फीसदी लोगों ने मोदी सरकार की पाकिस्तान और कश्मीर नीति को बेहतर बताया। इस मामले में यूपीए की नीति को 22 फीसदी और दिवंगत पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को 12 फीसदी लोगों ने वोट दिए।

जंग या सर्जिकल स्ट्राइक, क्या है बेहतर?: सर्वे में 36 फीसदी लोगों ने पाक से बड़े स्तर पर युद्ध का समर्थन किया। यानी कि 64 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि देश की पाकिस्तान से जंग न हो। पर 23 फीसदी लोगों ने पड़ोसी मुल्क को सर्जिकल स्ट्राइक से सबक सिखाने की बात कही।

‘यूं लिया जाए पुलवामा का बदला’: भारत को पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाक को कैसे मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए? पोल में यह पूछे जाने पर 18 फीसदी लोग बोले कि जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ ऑपरेशन चलाने के लिए कहा, जैसा कि अमेरिका के विशेष सैन्य दलों ने 2011 में पाक के ऐबटाबाद में कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए इस्तेमाल किया था। हालांकि, 15 फीसदी लोगों का मानना रहा कि पड़ोसी मुल्क को कूटनीतिक और आर्थिक मसलों पर देश को अलग-थलग करना शुरू कर देना चाहिए।

लोग बोले- ISI और PAK सेना भी गुनहगार: सर्वे में लगभग 30 फीसदी लोगों ने कहा कि पुलवामा के पीछे पाकिस्तान की सेना और जासूसी एजेंसी आईएसआई का हाथ है। वे ही इस घटना के मुख्य दोषी हैं। 13 प्रतिशत लोगों ने हमले के लिए जैश को और 19 फीसदी जनता ने पाक के पीएम इमरान खान को जिम्मेदार बताया।