प्रचार का समय घटाने का फैसला चुनाव आयोग का नहीं मोदी का है- ममता बनर्जी

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प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मचा सियासी संग्राम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को दोनों तरफ से दिन भर आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। ममता बनर्जी ने विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में मार्च किया और फिर रात में प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी, अमित शाह और चुनाव आयोग को ही निशाने पर लिया।

ममता बनर्जी ने प्रेस वार्ता में कहा- अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की जाए। शाह को नोटिस क्यों नहीं दिया गया। शाह के इशारे पर चुनाव आयोग ने रोक लगाई। शाह ने बंगालियों का अपमान किया। अन्याय अमित शाह ने किया और सजा हमें मिली है। प्रचार का समय घटाने का फैसला चुनाव आयोग का नहीं बल्कि मोदी का है। मोदी ने मूर्ति तोड़ने की निंदा नहीं की।

अमित शाह ने अपनी सभाओं के जरिए हिंसा फैलाई। ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी गई लेकिन पीएम मोदी ने खेद नहीं जताया। बंगाल की जनता ने इसे गंभीरता से लिया है, अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बंगाल में चुनाव प्रचार पर एक दिन पहले ही रोक के मामले में ममता ने कहा- आज अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस की, चुनाव आयोग को धमकाया, क्या ये उसका नतीजा है? बंगाल भयभीत नहीं है। बंगाल को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि मैं मोदी के खिलाफ बोल रही हूं।

ममता ने आरोप लगाया-चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। ये अप्रत्याशित फैसला है। कल की हिंसा अमित शाह की वजह से हुई थी। चुनाव आयोग ने क्यों नहीं उन्हें नोटिस जारी किया? गुंडे बाहर से लाए गए थे और भगवा वस्त्र पहने हुए थे। चुनाव आयोग का फैसला गलत है और राजनीतिक रूप से पक्षपाती है। पीएम मोदी को कल दो रैलियों का वक्त दे दिया गया है।

इस दौरान ममता ने पीएम मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा, नरेंद्र मोदी जब आप अपनी पत्नी का ध्यान नहीं रख सकते हैं तो देश का ध्यान कैसे रखेंगे?