प्रिंस सलमान दे सकते हैं पाकिस्तान दौरे पर 10 बिलियन डॉलर की सौगात!

,

   

सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान प्रधानमंत्री इमरान खान के न्‍योते पर पहली बार पाकिस्‍तान आ रहे हैं। इस दो दिवसीय दौरे में प्रिंस सलमान पाकिस्‍तान को 10 बिलियन डॉलर यानि करीब 7 खरब से ज्‍यादा के समझौतों की सौगात देने वाले हैं, ऐसे में पाकिस्‍तान उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

तेल संपदा से संपन्‍न सऊदी अरब के प्रिंस सलमान इसी संभवत इसी हफ्ते भारत के इस पड़ोसी देश का दौरा कर सकते हैं। हालांकि सुरक्षा कारणों से उनके पाकिस्‍तान आने की तारीख का खुलासा नहीं किया जा रहा, लेकिन प्रिंस सलमान के पाकिस्‍तान पहुंचने से पहले वहां सऊदी अरब से पांच खास ट्रक पहुंचे हैं, जोकि काफी सुरक्षा के घेरे में रखे गए हैं।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, सऊदी दूतावास के सूत्रों ने डॉन न्‍यूज को बताया है कि इस्‍लामाबाद पहुंचे इन पांच ट्रकों में सऊदी प्रिंस की एक्‍साइज मशीनें और फर्नीचर हैं। ट्रकों के साथ ही उनकी सुरक्षा टीम और सऊदी मीडिया के प्रतिनिधि भी राजधानी इस्‍लामाबाद पहुंचे हैं। इससे पहले प्रिंस सलमान जब वह सऊदी के रक्षा मंत्री थे, तब उन्‍होंने पाकिस्‍तान का दौरा किया था।

बताया जा रहा है कि प्रिंस सलमान इन दो दिनों में प्रधानमंत्री आवास में रहेंगे, जबकि उनके स्‍टाफ के लिए इस्‍लामाबाद के दो टॉप होटलों को बुक किया गया है।

वहीं दो अन्‍य होटलों को भी आंशिक रूप से बुक किया गया है। क्राउन प्रिंस अपने दौरे में प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य वरिष्ठ नेताओं और शीर्ष सैन्‍य कमांडरों से भी मिलेंगे।

दरअसल, दरअसल, सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान पाकिस्‍तान के पहले दौरे पर जाने वाले हैं और इस दौरान वे पा‍किस्‍तान के साथ 10 बिलियन डॉलर से ज्‍यादा यानि करीब 7,09,15,00,00,000 रुपये के तीन बड़े एमओयू पर साइन कर सकते हैं. इस दौरे में वह तीन बड़े दोनों मुल्‍कों की सरकारों के बीच तीन बड़े समझौतों पर हस्‍ताक्षर करेंगे।

यह जानकारी बोर्ड ऑफ इंवेस्‍टमेंट (BoI) के चेयरमैन हारुन शरीफ ने दी। यह समझौते ऑयल रिफाइनिंग, लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) और मिनरल डेवलमपेंट के क्षेत्र में होंगे।

इन समझौतों के अलावा पाकिस्‍तान और सऊदी अरब के बीच कई व्‍यापारिक समझौते भी हो सकते हैं, क्‍योंकि सऊदी के 40 टॉप बिजनेसमैन एक समूह भी प्रिंस के साथ पाकिस्‍तान आ रहा है। यह प्रतिनिधिमंडल स्‍थानीय व्‍यापारियों से मुलाकात भी करेगा। उम्मीद है कि यात्रा के दौरान कुछ अन्य निजी स्तर के समझौते भी हो सकते हैं।