प्रियंका का सक्रिय राजनीति में आना गेम चेंजिंग होगा या भाजपा को फायदा ?

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जयपुर : राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी उत्तरप्रदेश के लिए कांग्रेस महासचिव के रूप में प्रियंका गांधी की नियुक्ति लोकसभा चुनावों के लिए खेल बदलने वाला साबित होगा। पायलट जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल में बोल रहे थे।

पायलट ने कहा, “प्रियंका कांग्रेस के वार रूम को लंबे समय से देख रही हैं और इसलिए हमें उनके गुण और क्षमता के बारे में पूर्वाग्रह नहीं पालना चाहिए, बल्कि उन्हें काम करने का मौका देना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “अब उन्होंने कांग्रेस में अपनी भूमिका स्वीकार कर ली है, हमें अब विपक्षियों के साथ अच्छा मुकाबला करेंगे।”

प्रियंका गांधी के एक ऐसे गुण के बारे में पूछे जाने पर, जोकि राहुल गांधी के पास नहीं है, पर उन्होंने कहा, “दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं।” उन्होंने कहा, “उनके पास जबरदस्त टीम भावना है..इसे आप सभी कुछ महीनों में देखेंगे।”

भाजपा ने कहा था कि प्रियंका गांधी को इसलिए लाया गया है, क्योंकि राहुल गांधी विफल हो चुके हैं, पर उन्होंने कहा, “अब अगर तीन राज्यों में जीत दर्ज करने के बाद भी, वे कहते हैं कि राहुल गांधी विफल हो गए तो भगवान भाजपा को धन्य करे।”

बिहार के उपमुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया –

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने से उत्तर प्रदेश में भाजपा को ‘‘लाभ” होगा।

उन्होंने दावा किया कि इस कदम का उद्देश्य वोटों के बंटवारे से ‘‘सपा-बसपा गठबंधन को चुनौती देना है।” लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बड़ा दांव खेलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को पार्टी महासचिव नियुक्त करते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी।

सुशील मोदी ने कटाक्ष किया कि उनकी नियुक्ति से उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के घोटाले ‘‘केन्द्र-बिंदु” पर आ जाएंगे, जिससे राजग का फायदा होगा। सुशील ने पत्रकारों से कहा, ‘‘भाजपा बिल्कुल भी चिंतित नहीं है। ऐसा क्यों होना चाहिए जबकि उनका सक्रिय राजनीति में प्रवेश हमारी मदद करने जा रहा है।

कांग्रेस वोटों में बंटवारे की संभावना के साथ सपा-बसपा गठबंधन को चुनौती देने के लिए प्रियंका को लेकर आई है। यह अखिलेश यादव और मायावती को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर करने का एक हताश प्रयास है।”

सुशील ने कहा, ‘‘अगर भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन होता है, तो भाजपा के अलावा और किसे फायदा होगा। इसके अलावा, प्रियंका को उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के प्रतिनिधि के रूप में देखा जाएगा, जिनके नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं। उनके प्रवेश के साथ, रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले एक बार फिर केंद्र-बिंदु पर आयेंगे।”