भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मुंबई एटीएस के पूर्व प्रमुख दिवंगत हेमंत करकरे को लेकर अपने एक विवादित बयान को लेकर वह विवादों में घिर गई हैं।
साध्वी प्रज्ञा ने अपने विवादित बयान में कहा कि पूर्व एटीएस अधिकारी ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया था और उन्होंने अपने कर्मों की वजह से जान गंवाई।
तो हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी हेमंत करकरे को लेकर साध्वी प्रज्ञा की निंदा की और इसे लेकर बीजेपी से भी सवाल किया। उन्होंने साध्वी प्रज्ञा द्वारा भोपाल से अपनी चुनावी जंग को ‘धर्मयुद्ध’ करार दिए जाने पर भी सवाल उठाए।
एआईएमआईएम नेता ने ट्वीट कर कहा कि चुनाव कोई धर्मयुद्ध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी रोजगार पर सवाल से बचने के लिए हर चीज को धर्म/आस्था से जोड़ देती है। हेमंत करकरे पर साध्वी की टिप्पणी के लिए उनकी कड़ी आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्होंने लोगों के लिए जान दी, न कि किसी आतंक के मामले में आरोपी के शाप की वजह से उनकी जान गई।
उन्होंने बीजेपी से भी सवाल किया कि आखिर वह कैसे देश के शहीदों का अपमान कर सकती है? उनका यह बयान साध्वी की उस टिप्पणी के बाद आया, जिसमें उन्होंने हेमंत करकरे पर अपने साथ ‘बुरे बर्ताव’ का आरोप लगाते हुए कहा, ‘मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी, उसी दिन इसके सूतक लग गया था। और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उसका दिन उसका अंत हुआ।’