भोपाल में मासूम बच्ची के साथ रेप और हत्या करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक आठ वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी नृशंस हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने खंडवा में गिरफ्तार कर लिया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोपी को जल्द सजा दिलाने की बात कही है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अखिल पटेल ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि कमला नगर थाना क्षेत्र की मंडवा बस्ती में मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोपी विष्णु प्रसाद को खंडवा जिले के ओंकारेश्वर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस आरोपी को खंडवा से भोपाल ला रही है.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को कहा, “आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, पुलिस जल्द ही न्यायालय में चालान पेश करेगी. आरोपी को 30 दिन के अंदर सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे.” सूत्रों के मुताबिक आरोपी विष्णु ने पड़ोस में रहने वाली मासूम बच्ची को अगवा किया और अपने घर ले गया, जहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.

अपने आरोप को छुपाने के लिए विष्णु बस्ती वालों के साथ बच्ची की तलाश में रात भर सक्रिय रहा. नाले में बच्ची का शव मिलने पर वह गायब हो गया. पुलिस ने जब विष्णु के घर की तलाशी ली तो वहां से टूटी हुई चूड़ियां और खून के निशान मिले. गौरतलब है कि कमला नगर थाना क्षेत्र की मंडवा बस्ती में आठ वर्षीय बच्ची शनिवार रात अपने घर से सामान लेने बाहर निकली और वापस नहीं लौटी. रविवार सुबह नाले में बच्ची का शव मिला.

आरोपी पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किए जाने के साथ उसकी तलाश के लिए 20 दल गठित किए गए थे. खबरों के मुताबिक आरोपी को सोमवार सुबह खंडवा में गिरफ्तार कर लिया गया है. राजधानी में मासूम के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने से राज्य की सियासत गर्मा गई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार पर कानून व्यवस्था को न संभाल पाने का आरोप लगाया है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और गृहमंत्री बाला बच्चन से इस्तीफे की मांग की है. वहीं शिवराज सिंह ने पुलिस की लापरवाही पर कमलनाथ सरकार को घेरा.

इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस का भी अमानवीय चेहरा सामने आया है. बच्ची के पिता रात 9:30 बजे कमला नगर थाने पहुंचे थे. वहां मौजूद एएसआई देव सिंह ने उनकी मदद करना तो दूर, गुमशुदगी की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की. एएसआई देव सिंह इन सभी पुलिसकर्मियों के साथ रात करीब 10:30 बजे बच्ची के घर पहुंचे. कुछ देर रुके और बिना सर्चिंग किए वापस आ गए. इस दौरान सिपाही रूप सिंह ने बच्ची के पिता से कहा कि वह किसी के साथ भाग गई होगी.

 रात करीब 11.30 बजे स्थानीय पार्षद और कुछ अन्य लोगों ने वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी, तब पुलिस सक्रिय हुई और बच्ची की तलाश में जुटी. सुबह करीब 5.15 बजे परिजनों ने बच्ची का शव उनके घर के पास नाले में मिला. पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि दुष्कर्म के बाद बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई. लापरवाही बरतने वाले एएसआई सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.