राजस्थान- टिड्डियों का दल गांवों से निकल कर शहर पंहुचा

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निवार को राजस्थान में टिड्डियों का दल गांवों से निकल कर जोधपुर के शहरी क्षेत्र में प्रवेश कर गया. यह जैसलमेर-बाड़मेर होता हुआ जोधपुर पहुंचा. गनीमत रही कि आंधी-बरसात के कारण टिड्डियों का झुंड बिखर गया. हालांकि, इससे पहले टिड्डियों ने कई पेड़े-पौधों को चट कर दिया. उधर, मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में शनिवार को एक बार फिर टिड्डियों ने तबाही मचाई. अलबत्ता, टिड्डी दलों से पीड़ित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और अन्य राज्य इनसे निपटने के लिए संयुक्त योजना बना रहे हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जोधपुर के कुड़ी भगतासनी , मधुबन हाउसिंग बोर्ड और बासनी क्षेत्र में शनिवार को टिड्डियों को मंडराते देख लोग बाहर निकल आए. कुछ लोगों ने थाली व लोहे के खाली डिब्बे बजाकर उन्हें भगाने का प्रयास किया. लोग घरों की छतों पर चढ़कर थाली बजाते रहे ताकि उन्हें भगाया जा सके. कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण दल की टीम को एक दिन पूर्व तिंवरी के पास मालूंगा क्षेत्र में टिड्डी के दल के आने की सूचना मिली थी. टीमों ने जब उनको नियंत्रित करने की कार्रवाई शुरू की तो उनका रुख जोधपुर शहरं की तरफ हो गया. कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्रसिंह सोलंकी ने बताया कि यह टिड्डी दल बहुत छोटा था जो जोधपुर में आए अंधड़ में बिखर गया और हवा की दिशा में आगे चला गया.

अगर आपको नही पता तो बता दे कि टिड्डियों ने मप्र के शिवपुरी जिले में शनिवार को एक बार फिर तबाही मचाई. शिवपुरी शहर से कुछ दूरी पर स्थित मझेरा, कोलारस, राजा की मुढैरी, सेसई सहित भैसाना सहित अन्य गांवों में हरियाली सहित सब्जी की फसलों को नष्ट कर दिया. आम की फसल को भी पूरी तरह से तबाह कर दिया, जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. कृषि विभाग ने कुछ क्षेत्रों में ड्रोन से टिड्डियों पर कीटनाशक का छिड़काव किया. वही,राजस्थान की तरफ चली तेज हवाओं की बदौलत अब टिड्डी दल पंजाब से 120 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच गया है. बेशक हवा के रुख के साथ टिड्डी दल दूर हो गया है, लेकिन खतरा टला नहीं है. कृषि विभाग की मानें तो यह खतरा जुलाई के अंत तक बना रहेगा.