वोट की रक्षा के लिए जरूरत पड़े तो हथियार भी उठाना चाहिए- उपेंद्र कुशवाह

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 राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता और बिहार में महागठबंधन के साथी उपेंद्र कुशवाह ने लोकसभा चुनावों के नतीजों से पहले हैरान कर देने वाला बयान दिया है। उन्होंने हथियार उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘वोट की रक्षा के लिए जरूरत पड़े तो हथियार भी उठाना चाहिए। आज जो रिजल्ट लूट की जो घटना करने की जो कोशिश हो रही है तो इसको रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठाना चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘कर्पूरी ठाकुर के समय बूथ लूट की घटना होती थी। वो कहते थे जिस तरह से हमारे लिए रोटी है, इज्जत है उसी तरह से वोट है। इस वोट को कोई लूटना चाहे तो हाथ में अस्त्र-शस्त्र उसे रोकने के लिए उठाना चाहिए। आज बूथ लूट की घटना तो नहीं है, लेकिन रिजल्ट लूट की जो कोशिश हो रही है। हम कर्पूरी ठाकुर के पदचिन्हों पर चलने वाले लोग हैं। अगर ऐसी कोई कोशिश हुई तो हम कहेंगे कि इस साजिश को रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठाना चाहिए।’

दरअसल, मंगलवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किए जाने या निजी कारों में ले जाने के वीडियो क्लिप सामने आए। इस पर विपक्ष ने कहा कि गुरुवार को मतगणना से ठीक पहले वोटिंग मशीनों को लेकर चिंताएं हैं।

इसके बाद चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में बिना सुरक्षा के ईवीएम को मतगणना स्थलों तक पहुंचाने में गड़बड़ी की कई रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया दी। एक प्रेस विज्ञप्ति में पोल पैनल ने कहा, ‘आरोप बिल्कुल झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।’ कहा गया कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर देखे गए दृश्य चुनाव के दौरान इस्तेमाल किए गए किसी भी ईवीएम से संबंधित नहीं हैं।

रिलीज में यह भी कहा कि ईवीएम को संभालने में चूक के मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए झांसी के जिला चुनाव कार्यालय शिव सहाय अवस्थी ने कहा, ‘कुछ मतदान दल देरी से पहुंचे। हालांकि, सभी ईवीएम को सुबह 7 बजे तक स्ट्रांग रूम में रख दिया गया था। सीसीटीवी निगरानी के तहत सामान्य पर्यवेक्षकों और उम्मीदवारों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया है।’

आयोग ने कहा, ‘जांच में पाया गया कि जिन मशीनों की शिकायत की गई वे रिजर्व थीं। इनका मतदान में इस्तेमाल नहीं किया गया। मतदान के दौरान ईवीएम में तकनीकी खराबी होने पर रिजर्व मशीनों से बदला जाता है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज, झांसी और बिहार की सारन सीट पर मतदान के बाद ईवीएम के दुरुपयोग की शिकायतें आई थीं