संभावित तीसरी कोविड लहर से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार कर रहा जम्मू-कश्मीर

   

श्रीनगर, 12 जून । जम्मू-कश्मीर कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए क्षमता विस्तार योजना तैयार कर रहा है।

जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, अरुण कुमार मेहता ने शनिवार को एक विशेषज्ञ सलाहकार समिति की सिफारिशों के आधार पर केंद्र शासित प्रदेश में कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए कार्य योजना तैयार करने की निगरानी के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

मुख्य सचिव ने रोग की सफल रोकथाम के लिए जोरदार टीकाकरण अभियान के अलावा कोविड के उचित व्यवहार को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।

यह बताया गया कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर अधिक खतरनाक रही। दोनों लहरों की तुलना में बताया गया कि पहली लहर दूसरी की अपेक्षा धीमी थी और इसने धीरे-धीरे असर दिखाया था, जिसमें ज्यादातर बुजुर्ग आबादी प्रभावित हुई थी, वहीं दूसरी लहर युवा और मध्यम आयु वर्ग की आबादी को अचानक गंभीर रूप से संक्रमित कर रही है।

इस बात पर जोर दिया गया कि संभावित तीसरी लहर की दिशा में नए रुझानों का जल्द पता लगाने के लिए रोग के प्रक्षेपवक्र को सावधानीपूर्वक निगरानी में रखा जाना चाहिए।

स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को कोविड-19 के साक्ष्य-आधारित वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए बहु-आयामी वैज्ञानिक सिफारिशें प्रदान करने के लिए वायरोलॉजी, महामारी विज्ञान और सूक्ष्म जीव विज्ञान में क्षेत्र विशेषज्ञों से युक्त एक चिकित्सा सलाहकार टीम का गठन करने के लिए कहा गया है।

मुख्य सचिव ने विभाग को जम्मू एवं कश्मीर में स्तरीकृत सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है, ताकि आबादी में प्राकृतिक/वैक्सीन प्रेरित सेरोपोजिटिविटी का पता लगाया जा सके और लक्षित टीकाकरण अभियान के तहत केंद्रशासित प्रदेश में अतिसंवेदनशील समूहों और क्षेत्रों की पहचान की जा सके।

–आईएएनएस

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