सऊदी अरब: जेल में बंद महिला मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को दी जाती है बिजली के झटके?

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एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में सऊदी अरब की जेलों में क़ैद मानवाधिकार कार्यकर्ता महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का रहस्योद्धाटन किया है।

parstoda.com के मुताबिक, एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार महिला बंदियों को यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया गया, बिजली के झटकों से हिंसा का निशाना बनाया गया और इस प्रकार कोड़े मारे गये कि वह अपने पैरों पर खड़ी न ह पायीं।

ब्रिटिश समाचार पत्र दा इन्डीपेंडेंट के अनुसार उक्त रिपोर्ट सामने आने के बाद ब्रिटिश सांसदों ने रियाज़ पर दबाव डाला है कि उन्हें क़ैदियों तक पहुंच दिलाई जाए।

रिपोर्ट में बताया गया है कि कम से कम 10 कार्यकर्ताओं को हिंसा का शिकार बनाया गया है और इस दौरान जांचकर्ताओं के सामने उन्हें ज़बरदस्ती एक दूसरे को चुम्मा देने पर मजबूर भी किया गया।

एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल के अनुसार जांचकर्ताओं ने एक महिला क़ैदी से झूठ बोला कि तुम्हारे सारे घर वाले मर चुके हैं, जिस पर वह एक महीने तक बहुत अधिक दुख में ग्रस्त रहीं।

एक दूसरी महिला को गुप्त जेल में रखने का रहस्योद्धाटन सामने आया जहां उन्हें बिजली के झटके दिए जाते और कोड़े मारे जाते कि वह अपने पैरों पर खड़ी न हो पातीं, इसके अलावा उन को वॉटर बोर्ड के चरण से भी गुज़ारा गया।