सऊदी अरामको के CEO ने कहा- रिलायंस में निवेश की डील पर काम चालू है

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नई दिल्ली सऊदी अरामको ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतों में आई कमी के बावजूद वह अभी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में 15 बिलियन डॉलर निवेश के सौदे पर काम कर रहा है।

“रिलायंस के साथ हमारी बातचीत अभी भी जारी है, हम रिलायंस डील के बारे में अपने शेयरधारकों को उचित समय पर अपडेट करेंगे” अरामको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमीन नासर ने रविवार को कंपनी के तिमाही नतीजों पर संवाददाताओं से बातचीत में यह जानकारी दी।

अंबानी ने किया था डील का जिक्र
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 15 जुलाई 2020 को हुई 43वीं एजीएम में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के चलते बनी अभूतपूर्व परिस्थितियों के चलते सऊदी अरामको के साथ प्रस्तावित डील समय से नहीं हो पा रही है। लेकिन हम सऊदी अरामको के साथ अपने दो दशक से ज्यादा के कारोबारी संबंधों का सम्मान करते हैं और उसके साथ लम्बी अवधि की भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।

रद्द नहीं हुई है डील
आरआईएल ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में भी कहा है कि सऊदी अरामको के साथ डील पर बातचीत चल रही है। डील होने के बाद सऊदी अरामको की एडवासं टेक्नोलॉजी का लाभ आरआईएल को मिलेगा। डील में देरी की वजह से इसके रद्द होने की आशंका जताई जा रही थी। अरामको के सीईओ डील रद्द होने की सभी आशंकाओं पर विराम लगा दिया है।

दुनिया के चौथे सबसे धनी व्यक्ति श्री अंबानी ने पिछले साल अरामको की डील के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि रिलायंस के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में अरामको 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए निवेश करेगा।


सबसे बड़ा कच्चा तेल निर्यातक है अरामको
रिलायंस के साथ यह डील सऊदी अरामको के लिए भी महत्वपूर्ण है। अरामको दुनिया का सबसे बड़ा कच्चे तेल का निर्यातक है। रिलायंस के साथ सौदा कर वह रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में अपनी स्थिती मजबूत करना चाहता है।

सऊदी अरामको ने रविवार को बताया कि तिमाही की शुद्ध आय एक साल पहले की तुलना में लगभग 75% कम रही। कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 33% की गिरावट इसकी वजह रही। कोरोना वायरस महामारी ने व्यापार और यात्राओं को रोक दिया है जिससे ईंधन की मांग में कमी आई है।