सरकार छात्रों को डरा रही है, समय आने पर जवाब दिया जाएगा: अखिलेश यादव

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. वो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को रोके जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनके इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से अराजकता का माहौल पैदा हो सकता है.

अखिलेश यादव ने कहा ‘रात में कुछ पुलिस के अधिकारी रेकी करके गए. सुबह साढ़े छह बजे तीन अधिकारी मेरे घर के पास बैठा दिए. हालांकि एयरपोर्ट परिसर में वो नहीं जा सकते. अधिकारियों ने मुझे रोक लिया. जबकि उन्हें एयरपोर्ट में जाने की इजाजत नहीं थी.’

उन्होंने कहा ‘यूनिवर्सिटी कैंपस में राजनीतिक लोग नहीं जा सकते. यूनिवर्सिटी के एलुमनाई की बात होती है तो कहते हैं मुझे गर्व है कि लोग यहां से पढ़कर पीएम और सीएम बने हैं. एक तरफ तो ये दावा करते हैं कि यूनिवर्सिटी में पढ़कर लोग यहां तक पहुंचे हैं. एक तरफ गर्व करते हैं तो दूसरी तरफ कहते हैं कि राजनेता यहां नहीं आ सकते.’

आगे बोलते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का कार्यक्रम मैंने बहुत महीनों पहले भेज दिया था. 27 दिसंबर को पहला कार्यक्रम भेजा गया था, जिससे कि अगर कोई शिकायत होगी तो उसकी जानकारी मिल जाएगी.’

एसपी चीफ ने कहा कि बीजेपी और उनके सभी समर्थक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के चुनाव को अपना चुनाव समझ रहे थे. सरकार और सभी मंत्री इस चुनाव में लड़ रहे हैं. जब भी सीएम यूनिवर्सिटी गए, उन्होंने अपने लोगों को आदेश दिया कि ये चुनाव नहीं हारने चाहिए.

उन्होंने कहा ‘घबराई हुई सरकार है ये यूपी की. नौजवान इंतजार कर रहा है कि उसे कब मौका मिलेगा. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी जी ने भी अपने यहां भोजन रखा था. ये यूपी के सीएम कैसे साधु-संत हैं. जो दूसरे साधु-संतों से नहीं मिलने देना चाहते. उनसे क्या सीखोगे- ठोको नीति, रोको नीति.’

उन्होंने कहा ‘एक सरकार जो छात्रों से डर रही है. जो सरकार छात्रों से डर जाए उनके पास कुछ बचा नहीं है. नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ किया है इन्होंने. उन्हें मजबूर किया है कि वो बेरोजगार बने रहें. अधिकारी तो नौकरी वाले लोग हैं. जो ऊपर वाले लोग कहेंगे वो अधिकारी करते हैं.’

एसपी चीफ ने कहा ‘अधिकारी को ये ही नहीं पता था कि वो क्यों रोकना चाहता है. इनके दिमाग की गंदगी तो कहीं न कहीं निकलेगी. क्या कारण है कि एसपी-बीएसपी के गठबंधन को आपने छछुंदर मान लिया.’