हक़ीक़त तो यही है कि बीजेपी राम मंदिर बनने नहीं देना चाहती- आज़म खान

   

सपा के कद्दावर नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान ने भाजपा को आडे़ हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा राम मंदिर नहीं बनाना चाहती है। वह मंदिर के बहाने राजनीति कर रही है। बाबरी मस्जिद शिवसेना ने 1992 में गिराई थी और भाजपा ने उसका श्रेय ले लिया। कहा,1949 से वहां नमाज बंद है और मूर्ति स्थापित कर दी गई थी।

रविवार को मशावरती काउंसिल ऑफ इंडिया की चौथी बैठक में शामिल होने आए आजम खान ने पत्रकारों से कहा, यह गैर राजनीतिक संगठन है। राजनीतिक दलों को मशविरा देना हमारा कर्तव्य है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि महागठबंधन फासिस्ट विचारधारा वालों का बहिष्कार करे और उन्हें टिकट नहीं दें।

अयोध्या मामले में कहा, सुप्रीम कोर्ट द्वारा तारीखों के निर्णय पर राजनीतिक पार्टियों, धर्मावलंबियों और सामाजिक संगठनों ने टिप्पणियां की हैं। अदालत को स्वत: संज्ञान लेकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी कर अदालत पर भी एकतरफा फैसले के लिए दबाव बनाया जा रहा है।

पूर्व मंत्री बोले, अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला दूसरे पक्ष के हक में आता है तो सरकार को इस बारे में भी सोच विचार और तैयारी कर लेनी चाहिए। अवैध खनन मामले में सीबीआई जांच को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसा और बोले, बहुत देरी कर दी है। ये तो बहुत पहले ही हो जानी चाहिए थी।

सीबीआई को केंद्र सरकार की कठपुतली बताया और बोले, सरकार चुनाव से पहले केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। इस दौरान रामपुर सदर विधायक अब्दुल्ला आजम खान, शकील अहमद सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

साभार- ‘अमर उजाला’