बता दें कि हनी ट्रैप मामले में डीजीपी वीके सिंह और स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा के बीच विवाद हुआ था। विवाद के बाद स्पेशल डीजी ने डीजीपी को हनी ट्रैप मामले की जांच से हटाने की मांग करते हुए आईपीएस एसोसिएशन को एक पत्र भी लिखा था।
स्पेशल डीजी ने पत्र में लिखा था, ‘मुझे अत्यधिक दुख व पीड़ा है कि हमारे संस्कार इतने निचले स्तर तक आ गए हैं कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपने मातहत वरिष्ठ अधिकारी की इज्जत उछाल दी। इस व्यवहार से पूरे विभाग की बेइज्जती हुई। मेरा निवेदन है कि डीजीपी वीके सिंह के इस कृत्य की भर्त्सना हो और भविष्य में ऐसे मामले दोबारा न हो, इसकी भी व्यवस्था की जाए।’
दोनों अधिकारियों के बीच झगड़े के तार गाजियाबाद में किराए पर लिए गए एक फ्लैट से जुड़े हैं। इस फ्लैट को इस महीने स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने लिया था। लेकिन, डीजीपी वीके सिंह ने इस फ्लैट को खाली करा लिया। आरोप है कि ऐसा फ्लैट के हनी ट्रैप से जुड़े होने की वजह से किया गया था। अपना नाम हनी ट्रैप में घसीटे जाने से डीजी नाराज हो गए और डीजीपी के विरोध में कदम उठा लिया।