पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने हामियों की तरफ से गुजरात के राजकोट में उनका मंदिर बनाए जाने पर नाखुशी जताई है. पीएम ने इस खबर को ‘चौकाने वाली’ और ‘हिंदुस्तान की अज़ीम रिवायतों के खिलाफ बताया.
पीएम ने ट्वीट कर कहा कि किसी इंसान का मंदिर बनाना हमारी तहज़ीब नहीं है, मंदिर बनाने से मुझे अफसोस हुआ है. मैं लोगों से ऐसा नहीं करने की गुजारिश करता हूं.
पीएम ने ट्वीट में यह भी लिखा कि अगर आपके पास वक्त और वसाएल हैं, तो इसे ‘स्वच्छ भारत’ के सपने को पूरा करने में लगाएं. काबिल ए ज़िक्र है कि पीएम मोदी के हामियों ने राजकोट में उनके लिए एक मंदिर बनवाया है. और मोदी का मजस्समा लगाया गया है.
ओम यूथ ग्रुप के लीडर जयेश पटेल ने कहा कि गुजरात में यह अपनी तरह का पहला मंदिर है, जो किसी जिंदा शख्स का है. उन्होंने कहा कि ग्रुप के 350 से ज्यादा मेम्बर्स ने मिलकर मंदिर की तामीर के लिए छोटे-छोटे चंदे जमा किए और अब उनकी मूहीम वहां रोजाना पूजा करने की है. पटेल ने कहा, हमाऱी तंज़ीम के रूकन मोदी की उस वक्त से भगवान की शक्ल में पूजा कर रहे हैं, जब वह राजकोट से पहली बार विधानसभा इंतेखाबात लड़े थे और गुजरात के वज़ीर ए आला बने थे.
उन्होंने कहा, सीएम के तौर पर उन्होंने जो काम किए और अब पीएम की शक्ल में जो काम कर रहे हैं, उससे हम काफी मुतास्सिर हुए हैं. इसलिए हमने उनके लिए एक मंदिर बनवाने का फैसला किया. पटेल ने कहा, शुरू में हमने एक फ्रेम वाली तस्वीर वहां रखी थी. अब हमने एक मुजस्समा नसब कर दिया है, जिस पर 1.7 लाख रुपये खर्च हुए हैं.