इंदिरा ने कभी सेना के नाम पर वोट नहीं मांगे : पवार

   

अकोला: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विपरीत, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कभी भी सेना के नाम पर वोट नहीं मांगे। वह महाराष्ट्र के बालापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। पवार ने पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा, “देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव (इस साल की शुरुआत में) में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अभियान चलाया।”

उन्होंने कहा कि वायु सेना ने पुलवामा हमले के अपराधियों को “जवाब देने के लिए” दिया था, लेकिन पीएम मोदी ने सुरक्षा बलों द्वारा दिखाए गए वीरता के नाम पर वोट मांगा। “मुझे याद है कि जब भारत और पाकिस्तान ने (1971 में) लड़ाई लड़ी थी। इंदिरा गांधी तब प्रधानमंत्री थीं। उन्होंने न केवल युद्ध (भारत के लिए) जीता और इतिहास रचा, बल्कि दुनिया का भूगोल भी बदल दिया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गया, जिससे बांग्लादेश नामक एक नए देश का निर्माण हुआ। लेकिन इंदिरा गांधी ने कभी भी सेना द्वारा दिखाए गए वीरता के नाम पर वोट नहीं मांगे।”

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ वायु सेना की कार्रवाई ने पुलवामा हमले के बाद देश की मदद की, लेकिन (हवाई हमले के बाद) मोदी साहब जहां भी गए उन्होंने कहा, ‘ हमने यह किया है।’ एक स्थान पर तो उन्होंने यहां तक कहा कि, ‘ घुस के मारूंगा।’’’ पवार ने कहा, ‘‘ यह सेना या वायुसेना थी जिसने कार्रवाई की थी और ये लोग दिल्ली में बैठकर कहेंगे कि ‘घुस के मारूंगा।’’’

राकांपा नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव देवेंद्र फडणवीस सरकार के प्रदर्शन का जायजा लेने का मौका है। पवार ने कहा कि बीते पांच साल में राज्य में कृषि संकट गहरा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की कर्ज माफी योजना का लाभ सिर्फ 31 फीसदी किसानों को मिला है।