जापान के क्रूज जहाज डायमंड प्रिंसेस से स्वदेश लौटे इजराइल के एक नागरिक में शुक्रवार (21 फरवरी) को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई जो देश का पहला मामला है। कोरोना वायरस से प्रभावित होने के बाद इस जहाज को पृथक रखा गया था। इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी बयान में कहा गया है, ”क्रूज जहाज से वापस स्वदेश लौटने वाले एक यात्री में इस वायरस की पुष्टि हुई है। उसके नमूने की जांच केंद्रीय प्रयोगशाला में की गई थी।”
डायमंड प्रिंसेस में सवार इजराइल के 15 यात्रियों को पृथक रखा गया था, जिसमें से 11 नागरिक स्वदेश वापस लौट गए हैं। बयान में कहा गया है कि स्वदेश लौटने वाले अन्य यात्रियों में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इजराइल वापस आने वाले यात्रियों को शेबा अस्पताल में 14 दिन तक तेल हशोमर शहर में पृथक रखा गया था।
इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह ”अवश्यंभावी है कि चीन में फैले कोरोना वायरस इजराइल पहुंचेगा।’ उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से इसकी दवा बनाने पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की थी। जनवरी के उत्तरार्द्ध में सरकार ने चीन से आने वाले सभी विमानों के देश में उतरने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
ईरान में 13 नए कोरोना वायरस के मामलों में से दो और की मौत
वहीं दूसरी ओर, ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार (21 फरवरी) को कहा कि देश में कोरोना वायरस के 13 नए मामले सामने आए हैं और इन संक्रमित लोगों में से दो की मौत हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि इसी के साथ देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है, जबकि संक्रमितों की संख्या 18 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कियानुश जहानपोर ने ट्वीट कर कहा, ”13 नए मामलों की पुष्टि हुई है। दुर्भाग्य से इनमें से दो की मौत हो गई है।”
अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस का पहला मामला ईरान में बुधवार (19 फरवरी) को आया और जब अधिकारियों ने यह बताया कि शिया समुदाय के पवित्र शहर कोम में दो बुजुर्गों की इससे मौत हो गई है, तो यह इस बीमारी से पश्चिम एशिया में हुई मौत का यह पहला पुष्ट मामला था।उन्होंने बताया, ”संक्रमण के अधिकतर मामले अब तक या तो कोम में है अथवा उन प्रांतों में है जहां कोम से लोग हाल के दिनों में आए हैं।”