इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के जनपद उन्नाव के गैंगरेप मामले में अब खुद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को तलब करते हुए कल तक इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है। वही खबर के मुताबिक पीड़िता के पिता का शव सुरक्षित रखने का आदेश भी दिया है । चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली डिवीजन बेंच कल इस मामले की सुनवाई करेगी। वहीं कोर्ट ने एडवोकेट जनरल या एडिशनल एडवोकेट जनरल को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को भी कहा है।
The family will be provided full security. They have a relative in Delhi, now it is their decision if they want to live here in Unnao or in Delhi, says ADG Lucknow zone Rajeev Krishna who is heading the SIT in #Unnao rape case pic.twitter.com/oyRiuux4vW
— ANI UP (@ANINewsUP) April 11, 2018
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की अगले हफ्ते सुनवाई करेगी। बता दें कि एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में यह अर्जी दी थी कि मामले की सीबीआई जांच हो और परिवार को मुआवजा दिया जाए।
We have come here to investigate. I will send the interim report to the state govt by this evening. All the angles are being investigated. There is no pressure on the SIT. It is working independently: ADG Lucknow zone Rajeev Krishna #Unnao pic.twitter.com/F0BbmhOjrX
— ANI UP (@ANINewsUP) April 11, 2018
दरअसल उन्नाव में रेप पीडिता के पिता की मौत मामले में हाई कोर्ट ने एक पत्र पर संज्ञान लिया है। वहीं कोर्ट ने पीड़िता के पिता के शव को भी सुरक्षित रखने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने पीड़िता के पिता का अंतिम संस्कार न होने पर शव को सुरक्षित रखने को कहा है। अदालत ने कहा कि अगर अंतिम संस्कार नहीं हुआ है तो उस पर लगे रोक। उन्नाव गैंगरेप मामले में पीड़िता के पिता की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई थी।
उन्नाव गैंग रेप मामले में पीड़िता ने बीजपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और अतुल सेंगर समेत उनके साथियों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। वहीं इन पर पीड़िता के पिता के साथ बेरहमी से मारपीट का भी मामला दर्ज कराया गया है।