कुडनकुलम (Koodankulam) न्यूक्लीयर प्लांट के ख़िलाफ़ गुज़शता 8 दिनों से भूक हड़ताल करने वालों में से पाँच की हालत बिशमोल एस पी उदय कुमार तशवीशनाक हो गई है और डॉक्टर्स ने उन्हें हॉस्पिटल मुंतक़िल करने की हिदायत की है।
याद रहे कि कुडनकुलम न्यूक्लीयर प्लांट की तामीर की मुख़ालिफ़त करने वालों का ताल्लुक़ पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लीयर एनर्जी (PMNE) से है और उन्होंने गुज़शता 8 दिनों से ग़ैर मुअय्यना मुद्दत की हड़ताल कर रखी है। हुकूमत तमिलनाडू ने इस रूस । हिंद मुशतर्का प्रोजेक्ट के आग़ाज़ के लिए जैसे ही आमादगी का इज़हार किया, जहां एक तरफ़ जहां काम की रफ़्तार में तेज़ी पैदा हो गई वहीं दूसरी तरफ़ एहतिजाजी अवाम भूक हड़ताल पर उतर आए।
पांचों एहतिजाजियों उदय कुमार, पूनी असाकी, प्रेमा, अंजना जया राज और नेहरू की सेहत की जांच पड़ताल डाक्टर आर सी रामलिंगम की क़ियादत वाली एक टीम ने की जिन का ताल्लुक़ टसानीवलाई प्राइमरी हेल्थ सेंटर से है, ने किया, जिसके बाद डाक्टर रामलिंगम ने मश्वरा दिया कि पांचों एहतिजाजियों को फ़ौरी तौर पर तिब्बी इमदाद की ज़रूरत है, लेकिन एहतिजाज में शरीक दीगर अरकान ने डाक्टर की सलाह पर कोई तवज्जा नहीं दी।
मेडीकल टीम ने डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और अब हुक्काम क्या फ़ैसला करते हैं, ये उन की मर्ज़ी पर मुनहसिर है। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि कल उदय कुमार ने एक ब्यान देते हुए कहा था कि वो हुकूमत से बातचीत के लिए तैयार हैं बशर्ते कि PMNE अरकान के ख़िलाफ़ दर्ज किए गए मुआमलात से दसतबरदारी इख्तेयार की जाए।
याद रहे कि हुकूमत ने 163 अरकान के ख़िलाफ़ मुख़्तलिफ़ दफ़आत के तहत मुआमलात दर्ज किए थे जो मुक़ामी अदालत में ज़ेर तसफ़ीया हैं। उन्होंने अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए कहा कि कुडनकुलम न्यूक्लीयर प्रोजेक्ट के लिए रियास्ती और मर्कज़ी हुकूमत ने अवामी जज़बात का कोई एहतेराम नहीं किया |