बीजिंग, 24 जून । तिब्बत छिंगहाई-तिब्बत पठार पर स्थित है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पठार है। यहां प्रकृति की गंभीर सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। आनंद उठाने के कई प्रावधानों के कारण तिब्बत उत्साही पर्यटकों के लिए सबसे आकर्षक यात्रा स्थलों में से एक बन गया है। इतना ही नहीं, यदि यहां कोई तीर्थ यात्रा में शामिल होना चाहता है, तो तिब्बत उसके लिए भी पर्याप्त प्रावधान प्रदान करता है।
यह मेरा तिब्बत का पहला दौरा है, और यहां आना मेरे लिए एक सपने जैसा था, जो कि पूरा हो गया। जब मैं तिब्बत की राजधानी ल्हासा पहुंचा तो यहां का नीला आसमान, सफेद बादल, हरा-भरा नजारा और साफ सड़कों ने मेरा मन मोह लिया। इतना ही नहीं, यहां की ऊंची इमारतें और बड़े-बड़े शॉपिंग सेंटर देखकर मैं बहुत आश्चर्यचकित हुआ। ऐसा कुछ नहीं था जैसा मैंने सोचा था। सब कुछ कितना नया और आधुनिक था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ल्हासा इतना विकसित और आधुनिक होगा।
मेरी बचपन से ही पोताला महल जाने की तमन्ना थी। जब मैं वहां पहुंचा तो काफी देर तक पोताला महल की खूबसूरती को निहारता रहा। यह आस्था का प्रमुख स्थल है, साथ ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है। यह विशाल निर्माण दुनिया के उच्चतम महल के रूप में पहचाना जाता है। सच में, पोताला महल इस दुनिया में अलौकिक और अद्भुत स्थान है।
इस तिब्बत यात्रा में मुझे तिब्बती बौद्ध धर्म अकादमी जाने का भी सौभाग्य मिला। मैं पहला भारतीय हूं जिसे इस तिब्बती बौद्ध धर्म अकादमी जाने का मौका मिला। यह तिब्बती बौद्ध धर्म का पहला उच्च स्तरीय व्यापक कॉलेज है, जो पांच प्रमुख तिब्बती संप्रदायों के प्रख्यात बौद्ध भिक्षुओं और छात्रों को एक साथ शिक्षा प्रदान करता है।
इस तिब्बती बौद्ध धर्म अकादमी में बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए एक बड़ा हॉल, सम्मेलन कक्ष, छात्रावास, शिक्षण भवन आदि हैं। यह अकादमी मुख्य रूप से तिब्बती स्थापत्य शैली में है और मुख्य रूप से लाल रंग में है। मुख्य हॉल में बुद्ध की तीन बड़ी मूर्तियां हैं। पूरे संस्थान में साफ, स्वच्छ और सुंदर वातावरण है। मैं इस तिब्बती बौद्ध धर्म अकादमी को देखकर वाकई दंग रह गया और बहुत प्रभावित भी हुआ।
तिब्बत में बटर टी (मक्खन वाली चाय) पीना तिब्बतियों के पसंदीदा शुगलों में से एक माना जाता है। यदि आपने तिब्बत में बटर टी का स्वाद नहीं चखा, तो आपका तिब्बत दौरा पूरा नहीं माना जाएगा। मीठी चाय और बटर टी ज्यादातर तिब्बती याक के दूध से बने मक्खन से बनाई जाती है। तिब्बती बटर टी को तिब्बत में पो चा के नाम से भी जाना जाता है। इसे याक के दूध में नमक, मक्खन और मथनी वाली चाय मिलाकर बनाया जाता है।
तिब्बत की बटर टी में नमकीन स्वाद होता है। यह बेहद स्वादिष्ट और थोड़ा गाढ़ा होता है। यह तिब्बती भोजन का एक अभिन्न अंग है। यह आमतौर पर चाय के साथ पानी उबालकर बनाया जाता है। फिर चाय को उबालने और छानने के बाद, आंच बंद कर दी जाती है और अंत में नमक और मक्खन मिलाया जाता है। मुझे तिब्बती बटर टी का स्वाद बेहद पसंद आया। मैं तिब्बत से वापिस जाने के बाद तिब्बती बटर टी को बहुत याद करूंगा।
तिब्बत में मेरा अनुभव अविस्मरणीय है। तिब्बत का इतिहास, प्रकृति और लोग वास्तव में मंत्रमुग्ध कर देने वाले हैं और उन्होंने मेरे दिल और दिमाग पर आजीवन छाप छोड़ी है। मैं अगली बार तिब्बत जरूर आना चाहूंगा।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, ल्हासा, तिब्बत)
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