नई दिल्ली, 17 मार्च । देशभर में चीनी का उत्पादन चालू सीजन में 258.68 लाख टन हो चुका है, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 20 फीसदी ज्यादा है जबकि 300 से अधिक मिलें अभी चालू हैं। महाराष्ट्र में इस साल चीनी के उत्पादन में जोरदार इजाफा हुआ है।
निजी चीनी मिलों के शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में चालू गन्ना पेराई सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान 15 मार्च तक 94.05 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था, जो पिछले साल की समान अवधि के 55.85 लाख टन से 68.39 फीसदी अधिक है।
चालू सीजन में पूरे देश में 502 मिलों में उत्पादन शुरू हुआ और 15 मार्च तक चीनी का कुल उत्पादन 258.68 लाख टन हुआ, जो पिछले सीजन की समान अवधि के 216.13 लाख टन से 19.68 फीसदी ज्यादा है।
पूरे देश में 171 चीनी मिलों में उत्पादन चालू सीजन में बंद हो चुका है, जबकि 331 मिलें 15 मार्च तक चालू थीं।
महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन में इजाफा हुआ है, लेकिन पिछले सीजन में देश में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चालू सीजन में चीनी का उत्पादन घट गया है। उत्तर प्रदेश में 15 मार्च तक चीनी का उत्पादन 84.25 लाख टन हुआ, जबकि पिछले सीजन की इसी अवधि के दौरान 87.16 लाख टन हुआ था।
देश के तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक की मिलों ने अब तक 41.35 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल 15 मार्च तक 33.35 लाख टन हुआ था। इस्मा ने कर्नाटक में जुलाई-सितंबर के विशेष पेराई सत्र को देखते हुए चीनी का कुल उत्पादन 42.5 लाख टन होने की उम्मीद है।
गुजरात में इस साल अब तक 8.49 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जबकि तमिलनाडु में 4.01 लाख टन। वहीं, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा को मिलाकर कुल चीनी उत्पादन 26.53 लाख टन हुआ है।
इस्मा ने बताया कि चालू सीजन के लिए एमएईक्य (अधिकतम स्वीकार्य निर्यात कोटा ) स्कीम के तहत चीनी निर्यात का तय कोटा 60 लाख टन में से 43 लाख टन निर्यात के सौदे हो चुके हैं।
Disclaimer: This story is auto-generated from IANS service.