बहुमत हासिल करने में नाकाम बेंजामिन नेतान्याहू, गठबंधन की सरकार बनना तय !

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इजरायल में मंगलवार को संपन्न हुए आम चुनावों के बाद बुधवार को जारी वोटों की गिनती लगभग 92 प्रतिशत हो चुकी है और एक्जिट पोल के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की पार्टी तथा प्रमुख विपक्षी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर है।

इजरायल में मंगलवार को देश की 120 सीटों पर चुनाव हुए। एक्जिट पोल के नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता दिखाई नहीं दे रहा है।

इजरायल के प्रधानमन्त्री बेंजामिन नेतान्याहू की अतिरुढ़िवादी और दक्षिण पंथी पार्टी बहुमत को हासिल करने में नाकाम रही है। इजरायल में मंगलवार को एक साल में दूसरी दफा चुनावो का आयोजन किया गया था।

पोलीटिको.ईयू के मुताबिक, 92 प्रतिशत मतों की गणना हो चुकी है। नेतान्याहू की लिकुड पार्टी को संसद में 120 सीटो में से 31 मिली है जबकि विपक्षी दल कहोल लावन पार्टी को 32 सीटो पर बढ़त मिली है।

मौजूदा वक्त में लिकुड पार्टी के समक्ष 56 सीटें हैं और उन्हें 61 सीटो पर बढ़त की जरुरत है। बुधवार को जरी अधिकारिक नतीजो के तहत कहोल लावन पार्टी के नेता बैनी गान्त्ज़ प्रधनामंत्री की दौड़ में बेंजामिन नेतान्याहू से आगे चल रहे हैं।

इजरायल में अप्रैल ही में आम चुनाव हुए थे, लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू वहां के सदन में अपना बहुमत साबित नकरने में असमर्थ रहे थे इसलिए मुल्क में दोबारा चुनावो का ऐलान किया गया था। बेंजामिन नेतन्याहू साल 2009 से इजराइल के प्रधानमंत्री पर बरक़रार और फिलिस्तीन के प्रति अपनी आक्रामक नीति के लिए चर्चा में रहते हैं।

इजरायल ने साल 1967 की छह दिनों की जंग में वेस्ट बैंक पर अधिग्रहण कर दिया था। जॉर्डन घाटी और उत्तरी डेड सागर वेस्ट बांका का हिस्सा है जिस पर इजरायल का कब्ज़ा है। इजराइल के मानव अधिकार समूह बित्सेलेम के मुताबिक, जॉर्डन घाटी और उत्तरी मृत सागर में फिलिस्तीनियों के करीब 65000 घर है और यहूदियों के 11000 है, जो वेस्ट बैंक का 30 फीसदी भाग है।