अयोध्या में राम जन्म भूमि विवाद मामले में सुनवाई मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ गुरुवार को करेगी। पीठ इस मामले में वादकार गोपाल सिंह विशारद की अर्जी पर सुनवाई करेगी जिसमें उन्होंने अयोध्या मसले को कोर्ट में लाने का आग्रह किया है। यह मामला फिलहाल तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति के पास है जो फैजाबाद में पक्षों के साथ बातचीत कर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है। विशारद ने मंगलवार को याचिका दायर कर कहा था कि मध्यस्थ्ता समिति में कुछ नहीं हो रहा है और उन्हें नहीं लगता कि समित इस मामले का हल ढूंढ पाएगी। इस मामले को कोर्ट को हल करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने आठ मार्च को यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एफएम कलीफुल्ला की अध्यक्ष्ता में तीन सदस्यीय समिति को सर्वमान्य हल खोजने के लिए सौंप दिया था। समिति में धार्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर और मध्यस्थता विशेषज्ञ वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पंचू शामिल हैं।