बीजेपी ने कभी सहयोगी रहे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पहले ही किनारे कर दिया था इस बार अनुप्रिया पटेल की अपना दल को भी तगड़ा झटका दिया है। अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल के मंत्री बनाये जाने की चर्चा थी लेकिन बीजेपी जबरदस्त झटका दिया है ।
मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन पहलें मंगलवार को मध्यरात्रि रात्रि तक अपना दल ( एस) एमएलसी आशीष पटेल का भी नाम चर्चाओ मे था। वही मड़ियाहूं विधायक डॉ लीना तिवारी को मंगलवार रात्रि 11 बजे को लखनऊ मे उपस्थित रहने के लिए फोन गया था. अपना दल के विधायक ने सुबह जैसे लखनऊ पहुँची तों पता चला सूची मे नाम नहीं है। चर्चा थी कि मंत्रिमंडल में भागीदारी बढ़ाने की अपना दल एस की मांग लोकसभा चुनाव के बाद पूरी करने का भाजपा ने वादा किया था।
पटेल बिरादरी में प्रभाव रखने वाले अपना दल (एस) को भाजपा ने मिर्जापुर से विधायक रामशंकर पटेल कों राज्यमंत्री बनाकर बता दिया कि अनुप्रिया और आशीष समेत उनके विधायकों की सभी बातें नहीं मानी जाएंगी. कार्यकर्ताओ द्वारा यह कहा जा रहा कि अपना दल एस के नेताओ को मुख्यमंत्री जी तवज्जो नहीं देतें वही आज मंत्रिमंडल विस्तार किसी अपना दल एस के किसी नेताओ को मंत्रिमंडल मे शामिल ना किया जाने से बीजेपी की साजिश की आशंका जतायी जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि भाजपा चाहती है कि अपना दल विलय करे, क्योंकि वह कुर्मी वोट बैंक पर पूरी पकड़ बनाना चाहती है। वहीं जाहिर है, अपना दल अपनी स्वतंत्र पहचान बनाए रखना चाहता है, ताकि भविष्य में अन्य गठबंधनों का विकल्प चुन सके। दूसरी ओर ओमप्रकाश को राजभरों का एकमात्र नेता न बनने देने के लिए भाजपा सकलदीप राजभर को पहले ही राज्यसभा में भेज चुकी है और अनिल राजभर को बिरादरी का नेता साबित करने के लिए खुली छूट दे दी है।