आज एक तरफ मिशन चंद्रयान 2 की चर्चा है तो दूसरी तरफ एक शख्स चर्चा में है जो अंतरिक्ष यात्री की वेशभूषा में बेंगलुरु की एक सड़क पर आधी रात में दिखा. यह चांद की ऊबड़-खाबड़ सतह पर उतरा कोई अंतरिक्ष यात्री नहीं था बल्कि बेंगलुरु के मागड़ी रोड पर अंतरिक्ष यात्री की वेश भूषा में एक कलाकार था. बादल ननजुंद स्वामी ने यह मून वॉक इसलिए किया ताकि लोगों को बेंगलुरु की सड़कों की हालत समझ में आ जाए.
विरोध का यह अंदाज लोगों को पसंद आया. आखिरकार बेंगलुरु की सड़कों पर बने गड्ढों से सबसे ज्यादा परेशानी आम लोगों को ही होती है. सड़कों पर ट्रैफिक जाम और फिर गड्ढे दोहरी समस्या हैं.
बदहाल सड़कों की तरफ ध्यान खींचने की कलाकार बादल की यह पहली कोशिश नहीं है, इससे पहले भी वे इस समस्या को सुर्खियों में लाने के कई सफल प्रयास कर चुके हैं, जिन्हें सराहा गया है.
Hello bbmp👋 @BBMPCOMM @BBMP_MAYOR @bbm #thelatest #streetart #nammabengaluru #herohalli pic.twitter.com/hsizngTpRH
— baadal nanjundaswamy (@baadalvirus) September 2, 2019
साल 2015 में सड़क पर बने खतरनाक गड्डों से बेंगलुरु के लोग परेशान थे. तभी एक दिन अचानक सड़क के बीचोंबीच एक मगरमच्छ दिखा. बादल ने ही इसे बनाया था. इसकी काफी चर्चा हुई तो महानगर पालिका ने गड्डों को भरने का काम शुरू किया.
बादल की सोच और उसकी कला के कई कायल हैं. उद्योगपति अनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया कि ‘मैंने ट्वीट के जरिए बताया था कि यूक्रेन के लोग सड़क पर बने गड्डों से कैसे निपटते हैं. अब देखिये किस तरह हम हिंदुस्तानियों ने अपनी परेशानी को बिल्कुल स्ट्रीट आर्ट में बदल दिया.’
साल 2016 में जब बेंगलुरु की सड़कों हर किलोमीटर पर 30 से 40 गड्ढे बन गए थे और दुर्घटनाएं आम थीं तब कन्नड़ फिल्मों की अभिनेत्री सोनू गौड़ा को जल परी बनाकर भी बादल ने वाहवाही लूटी थी.