हैदराबाद: मजलिस के अध्यक्ष और संसद सदस्य हैदराबाद बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने उच्च जाति के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण प्रदान करने वाली ई बी सी बिल की जोरदार विरोध करते हुए बिल के ख़िलाफ़ वोट दिया।
लोक सभा में बिल पर होई चर्चा में हिस्सा लेते हुए बैरिस्टर ओवैसी ने कहा कि इस आरक्षण को संविधान इजाज़त नहीं देता। उन्होंने कहा कि आर्थिक कारणो को बुनियाद बना कर उच्च जाति के लोगो को 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने के फ़ैसले को संविधान इजाज़त नहीं देता।
बैरिस्टर ओवैसी ने कहा कि दलितों के साथ कई बरस से हुई नाइंसाफ़ीयों को दूर करना और उन्हें समाजी इन्साफ़ दिलाना ही आरक्षण का अहम मक़सद है। मजलिस अध्यक्ष ने सरकार से कहा कि गरीबी समाप्त करने के लिए विभिन्न योजनाओं को शुरू करते हुए इस पर अमल किया जा सकता है और आरक्षण सिर्फ़ समाजी इन्साफ़ दिलाने तक सीमित है। ये बिल अंबेडकर की तौहीन के समान है और अदालत में ये बिल क़ायम रहने वाला नहीं है बिल का जिन सदस्यों ने विरोध किया उनमें बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल थे।