नई दिल्ली : यमुना में नहाने की जिद में दो लड़के और दो लड़कियों की डूबकर जान चली गई। सभी डीयू के स्टूडेंट्स थे। गोताखोरों ने लगातार अभियान चलाकर चारों की बॉडी बरामद कर ली। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिए। मृतकों की पहचान पार्वती उर्फ प्रियंका (21), पिंकी (20), उमेश यादव (21) और निकित कुमार (21) के तौर पर हुई है। सभी दिल्ली के ही निहाल विहार इलाके के रहने वाले थे।
पुलिस के मुताबिक, सात स्टूडेंट्स गणेश विसर्जन के लिए अलीपुर के पल्ला गांव के पास यमुना नदी में आए थे। यहां विसर्जन की अनुमति नहीं थी। इसलिए पुलिसकर्मियों और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स ने इन्हें वहां से भेज दिया। लेकिन ये सभी वॉलंटियर्स से झगड़ा करने के बाद नजरें बचाकर दूसरी जगह यमुना में नहाने आ गए। इस दौरान पार्वती का पैर फिसल गया और वह डूबने लगी तो उसने पिंकी को पकड़ लिया।
दोनों डूबने लगीं तो उमेश और निकित उन्हें बचाने लगे और चारों गहरे पानी में चले गए। अन्य लड़कों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे। रात करीब 8:30 बजे पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड के अलावा एसडीएम अलीपुर नागेंद्र त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों को रात 12:30 बजे तक कामयाबी नहीं मिलने पर अभियान रोक दिया गया।
शुक्रवार सुबह करीब 6:30 फिर से अभियान शुरू हुआ। 7 घंटे की मशक्कत के बाद 5 किलोमीटर के भीतर चारों के शव मिल गए। स्टूडेंट का यह दल एक एनजीओ से भी जुड़ा था। पार्वती शिवाजी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स की फाइनल ईयर की स्टूडेंट थीं। वह पर्यावरण को लेकर गंभीर रहती थी। पिंकी नॉर्थ कैंपस से बीकॉम सेकंड ईयर में पढ़ाई कर रही थी, जो सीए फाइनल में थी। वह पावर्ती के साथ सोशल वर्क भी करती थी। उमेश यादव डीयू के ओपन लर्निंग से बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहे थे, जबकि निकित कुमार आजादपुर स्थित आर्यभट्ट कॉलेज में फाइनल ईयर के स्टूडेंट थे।