यस बैंक के ग्राहकों के लिए बुरी खबर है. रिजर्व बैंक ने इस बैंक के खाताधारकों के बैंक से 50,000 रुपये से ज्यादा निकालने पर रोक लगा दी है. बैंक में काफी समय से वित्तीय अनियमितता की खबरें आ रही हैं. आज रिजर्व बैंक ने यस बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भी भंग कर दिया है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को कैश संकट से जूझ रहे निजी क्षेत्र के यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग करते हुए उस पर प्रशासक नियुक्त कर दिया है. इसके साथ ही बैंक के खाताधारकों पर निकासी की सीमा सहित इस बैंक के कारोबार पर कई तरह की पाबंदिया लगा दी गयी हैं. रिजर्व बैंक ने अगले आदेश तक बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की है. बैंक का नियंत्रण भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में वित्तीय संस्थानों के एक समूह के हाथ में देने की तैयारी की गयी है.
आरबीआई ने देर शाम जारी बयान में कहा कि यस बैंक के निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. इससे करीब छह महीने पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद महाराष्ट्र के को-ऑपरेटिव बैंक पीएमसी बैंक के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया गया था. यस बैंक काफी समय से डूबे कर्ज की समस्या से जूझ रहा है. इससे पहले दिन में सरकार ने एसबीआई और अन्य वित्तीय संस्थानों को यस बैंक को उबारने की अनुमति दी थी.